महामारी में अगर आप भी घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो पूर्वी भारत के ये शहर है आपके लिए सबसे परफेक्ट

देशभर में कोरोना संक्रमण दर घटने लगी है। साथ ही ठीक होने वाले मरीजों की दर भी बढ़ी है। इसके फलस्वरूप देश के कई राज्यों में लॉकडाउन हटा दिया गया है। वहीं, कई राज्यों में लॉकडाउन में ढील दी गई है। इसके बावजूद कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए कड़ाई जरूरी है।

इसके लिए गृह मंत्रालय द्वारा जारी कोरोना नियमों का पालन करें। घर से बाहर निकलते समय डबल मास्क पहनकर निकलें। शारीरिक दूरी का पालन करें और अपनी बारी आने पर कोरोना टीका जरूर लगवाएं।

खासकर कोरोना काल में यात्रा करते समय आवश्यक सावधानियां जरूर बरतें। इसके अलावा, एक चीज का ध्यान रखें कि कोरोना काल में सुरक्षित स्थानों (जहां भीड़ और संक्रमण दर न्यूनतम हो) पर घूमने जाएं। अगर आप भी कोरोना काल में घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो पूर्वी भारत के ये शहर परफेक्ट हैं। आइए, इसके बारे में जानते हैं-

तवांग

यह शहर अरुणाचल प्रदेश में स्थित है। समुद्र तल से इसकी ऊंचाई 10 हजार फीट है। तवांग सर्द मौसम और शीतकालीन खेलों के लिए बेहद पॉपुलर है। इस शहर में कई खूबसूरत झील और पर्यटन स्थल हैं। यह शहर एडवेंचर के शौकीन लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र है। हर साल काफी संख्या में पर्यटक तवांग आते हैं।

शिलांग

मेघालय की राजधानी शिलांग हिल स्टेशन के लिए जाना जाता है। साथ ही शहर में कई जलप्रपात, गुफा और रेस्त्रां हैं, जो शहर की खूबसूरती में चार चांद लगा जाते हैं। खासकर गजराज जलप्रपात बेहद पॉपुलर है। इसके लिए शिलांग घूमने के लिए यह परफेक्ट शहर है।

मासिनराम

यह शहर दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इस शहर के बारे में ऐसा कहा जाता है कि यहां देशभर में सबसे अधिक बारिश मानिसराम में होती है। यह शहर खासी हिल्स जिले में स्थित है। अगर एडवेंचर का आनंद उठाना चाहते हैं, तो बरसात के दिनों में मासिनराम जाएं।

गंगटोक

सिक्किम की राजधानी गंगटोक खूबसूरत और आकर्षक हिल स्टेशन के लिए पॉपुलर है। इस शहर में कई तिब्बती और बुद्ध केंद्र और मठ हैं। हर साल पर्यटक गंगटोक घूमने आते हैं। खासकर ट्रैकिंग और हाईकिंग करने वाले पर्यटकों के लिए गंगटोक आकर्षण का केंद्र है।

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