मिस हो गई ईएमआई तो ना लें टेंशन, बिना देर करे यह काम करें

ईएमआई
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नई दिल्ली। इन दिनों कार खरीदना तो काफी आसान हो गया है. इसका कारण है कि बैंक आपके क्रैडिट स्कोर और सैलेरी या किसी अन्य सोर्स से आ रही 6 महीने की इनकम पर गाड़ी ऑनरोड प्राइस पर 100 प्रतिशत तक फाइनेंस कर देते हैं। इसके बाद आप आसानी से कार के मालिक तो कहलाने लगते हैं लेकिन आपकी गाड़ी बैंक के पास हाईपोटिकेटेड रहती है. साथ ही आपने लोन लेते समय जिन डॉक्यूमेंट्स पर साइन किए होते हैं वो कभी भी आपको पूरी तरह से गाड़ी का मालिक नहीं बनाते हैं।

आसान भाषा में इसे समझें तो आप एक तरह से गाड़ी के केयरटेकर बन कर रहते हैं जो मालिक उस समय बनता है जब लोन का पैसा पूरे इंट्रेस्ट के साथ बैंक को लौटा देता है. इस दौरान यदि कोई किसी फाइनेंशियल समस्या में फंस जाए और बैंक की ईएमआई नहीं चुका सके तो ये परेशानी का सबब बन जाता है. ऐसे में बैंक आपसे पैसे भी वसूलने के सभी हथकंडे अपनाता है और आपकी गाड़ी को भी रिकवर कर लेता है. ऐसे में परेशान न हों, यदि कोई बैंक की ईएमआई समय पर नहीं चुका सका है तो भी कुछ ऐसे तरीकें हैं जो कानूनी परेशानियों और रिकवरी की दिक्कतों से बचा सकते हैं.

के्रडिट स्कोर

के्रडिट स्कोर
के्रडिट स्कोर

अगर आप अपनी ईएमआई समय से नहीं चुकाते हैं, तो फिर इसका सीधा असर आपकी क्रेडिट प्रोफाइल पर होता है। आपका क्रेडिट तेजी से गिरता है और आपकी क्रेडिट हिस्ट्री भी प्रभावित होती है।

अधिक ब्याज और पेनल्टी

के्रडिट स्कोर
के्रडिट स्कोर

अगर आप अपनी गाड़ी की किस्ते देरी से चुका रहे हैं, तो आपको देरी के कारण ब्याज और पेनल्टी का भुगतान करना पड़ेगा। इससे आप पर आर्थिक बोझ बढ़ जाएगा।

रिकवरी के लिए कॉल

लोन न चुकाने पर नोटिस के साथ बैंक और फाइनेंस कंपनियों की ओर से रिकवरी के लिए कॉल और एसएमएस भी आ सकते हैं, जिससे आपको स्ट्रेस या अन्य मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।

कानूनी नोटिस

देरी से या फिर किस्त के न चुकाने पर आपको बैंक या फिर फाइनेंस कंपनी की ओर से कानूनी नोटिस का भी सामना करना पड़ सकता है। इससे आपका खाता एनपीए भी हो घोषित किया जा सकता है।

भविष्य में लोन लेने में समस्या

ईएमआई न भरने के कारण आपकी साख बैंक या फाइनेंस कंपनी की नजर में गिर सकती है। ऐसे में अगर आप दोबारा लोन लेने जाते हैं, तो आपको मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।

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