आरबीआई की अहम घोषणा, कोविड-19 से निपटने के लिए अधिक उधार ले सकेंगे राज्य

आरबीआई,rbi
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भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने अपना वक्‍तव्‍य शुरू किया, जिसमें उन्होंने मौजूदा समय में मुश्किलों से जूझ रही घरेलू अर्थव्यवस्था में नई जान फूंकने के लिए कुल नौ कदमों या उपायों के दूसरे सेट की घोषणा की।

आरबीआई ने इससे पहले 27 मार्च, 2020 को विभिन्‍न कदमों या उपायों के प्रथम सेट की घोषणा की थी।

आरबीआई के गवर्नर ने एक ऑनलाइन संवाददाता सम्‍मेलन के माध्यम से घोषणाएं करते हुए कहा कि उस कोविड-19 महामारी पर विजय प्राप्‍त करने के संकल्प के साथ लोग नए उत्‍साह से लबरेज हैं जिसने ‘पूरी दुनिया को अपनी जानलेवा चपेट में ले लिया’ है।  

आरबीआई गवर्नर ने कहा कि अतिरिक्त उपायों या कदमों के उद्देश्‍य निम्नलिखित हैं:   कोविड-19 से संबंधित अव्यवस्थाओं के कारण प्रणाली और उससे जुड़ी संरचनाओं में पर्याप्त तरलता बनाए रखना बैंक ऋण के प्रवाह को सुगम बनाना और प्रोत्साहित करना   वित्तीय मुश्किलों को कम करना, और बाजारों में सामान्य कामकाज सुनिश्चित करना आरबीआई गवर्नर ने कहा कि महामारी से उत्पन्न कठिन चुनौतियों से निपटने के लिए केंद्रीय बैंक अपने सभी साधनों या युक्तियों का उपयोग करेगा।

आरबीआई ने एलान किया है राज्य और केंद्र शासित प्रदेश ‘कोविड-19’ से निपटने के लिए अब अधिक उधार ले सकेंगे रिवर्स रेपो रेट को 4.0% से घटाकर 3.75% कर दिया गया है एनबीएफसी और रियल एस्टेट सेक्टर को राहत दी गई हम स्थिति को ठीक करेंगे और धीरज रखेंगे, भारत में हालात बेहतर होने एवं वर्ष 2021-22 में विकास दर 7.4% रहने का अनुमान: आरबीआई गवर्नर

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उन्होंने कहा कि व्‍यापक उद्देश्य यह सुनिश्चित करने में मदद करना है कि सभी हितधारकों, विशेषकर वंचितों और कमजोर तबकों के लोगों तक वित्त का प्रवाह निरंतर बना रहे।

उन्होंने उम्मीद जताई कि पूरा राष्ट्र एकजुट होकर स्थिति को ठीक करेगा और धीरज रखेगा।   यहां आज की गई नौ घोषणाओं का अवलोकन प्रस्‍तुत किया गया है। आरबीआई गवर्नर का पूरा वक्‍तव्‍य यहां पढ़ा जा सकता है।