8 दिन की रिमांड पर इमरान, हिंसक हुए पाकिस्तानी

इमरान खान
इमरान खान

इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान की भ्रष्टाचार निरोधक अदालत ने इमरान खान को 8 दिन की एनएबी रिमांड पर भेज दिया है. इमरान खान ने अदालत में शिकायत की कि उन्हें प्रताडि़त किया जा रहा है. साथ ही उन्होंने कोई इंजेक्शन देने का भी आरोप लगाया है। उधर, इमरान खान को सुप्रीम कोर्ट से भी राहत नहीं मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने इमरान की गिरफ्तारी के हाईकोर्ट के फैसले को बरकरार रखा है। सुप्रीम कोर्ट में इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने उनकी गिरफ्तारी को गैर कानूनी बताते हुए याचिका दायर की थी. वहीं पाकिस्तान में इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद हालात बेहद खराब हैं।

गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे देश में भडक़ी हिंसा की घटनाएं

भडक़ी हिंसा की घटनाएं
भडक़ी हिंसा की घटनाएं

आपको मालूम हो कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के 70 वर्षीय अध्यक्ष को मंगलवार को अर्धसैनिक बल रेंजर्स ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) के आदेश पर इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के एक कमरे में घुसकर गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से ही पूरे देश में हिंसा की घटनाएं भडक़ रही हैं। सेना के कोर कमांडर के घर में तोडफ़ोड़ कर प्रदर्शनकारियों ने आग के हवाले कर दिया गया।

कड़ी सुरक्षा के बीच खान न्यायाधीश के समक्ष किए गए पेश

बुधवार को कड़ी पुलिस सुरक्षा के बीच खान (70) को यहां जवाबदेही अदालत संख्या-1 में उसी न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया, जिन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरयम को लंदन में संपत्ति रखने से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी करार दिया था। मरयम को बाद में इस्लामाबाद उच्च न्यायालय ने मामले में आरोपमुक्त कर दिया, जबकि शरीफ का मामला अब भी लंबित है।

खान के वकील ने याचिका का किया विरोध

इमरान खान
इमरान खान

सुनवाई की शुरुआत में, ब्यूरो के वकीलों ने अल-कादिर ट्रस्ट से जुड़े मामले में उनके खिलाफ आरोपों की जांच के लिए 14 दिन की रिमांड में देने का अदालत से अनुरोध किया। उन पर सरकारी खजाने से 50 अरब पाकिस्तानी रुपये की लूट-खसोट करने का आरोप है। खान के वकील ने हालांकि याचिका का विरोध किया और आरोपों को गढ़ा हुआ बताते हुए उन्हें रिहा करने का अनुरोध किया। मामले में खान को गिरफ्तार किये जाने के बाद से उनके समर्थक देशव्यापी प्रदर्शन कर रहे हैं।

इमरान ने अदालत को बताया कि उन्हें जान का खतरा

अदालत ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद शुरुआत में फैसला सुरक्षित रख लिया था। बाद में, फैसले की घोषणा करते हुए, जवाबदेही अदालत ने खान को आठ दिन के लिए ब्यूरो की रिमांड में भेज दिया। ‘एक्सप्रेस ट्रिब्यून’ की खबर के अनुसार, खान ने अपने बयान में अदालत को बताया कि उनकी जान को खतरा है। उन्होंने कहा, ”पिछले 24 घंटों के दौरान, मैं शौचालय नहीं जा सका हूं।”

पूर्व प्रधानमंत्री ने अदालत से अनुरोध किया कि उनके डॉक्टर फैसल सुल्तान को उनसे मिलने की अनुमति दी जाए। खान ने कहा, ‘मुझे डर है कि मेरा भी मकसूद चपरासी जैसा हश्र किया जाएगा।” उन्होंने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के धन शोधन मामले के एक गवाह का जिक्र करते हुए यह कहा। पिछले साल दिल का दौरा पडऩे से मकसूद की मौत हो गई थी। खान की पार्टी ने गवाह की मौत को ‘रहस्यमय’ बताया था।

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