नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ देशभर लगातार उग्र प्रदर्शन हो रहे हैं। लेकिन इन प्रदर्शनों के बीच पीएम मोदी ने बिना नाम लिए इसे एक साहसिक फैसला बताया है। पीएम मोदी ने दिल्ली के विज्ञान भवन में एसोचैम के सालाना कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि देश को संकटों से निकालने का उनका अभियान लगातार जारी है, लेकिन यह सब आसान नहीं होता है।
उन्होंने कहा कि बहुत कुछ सहना पड़ता है, लेकिन देश के लिए करना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को संकटों से मुक्ति दिलाने के क्रम में बहुत लोगों का गुस्सा सहना पड़ता है। आरोप झेलने पड़ते हैं। लेकिन इन सबके बावजूद देश के लिए करना पड़ता है। 70 साल की आदत बदलने में समय लगता है लेकिन देश के लिए करना पड़ता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून का सीधे नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारों-इशारों में अपनी बात रखी।