गुरु वशिष्ठ के प्राकट्य महोत्सव में, सनाढ्य पुरोहितों का सम्मान

कोटा। सनाढ्य समाज के आराध्य देव कुलगुरू वशिष्ठ का प्राकट्य महोत्सव का आयोजन राजस्थान के कई जिलों में आयोजित किया गया। मुख्य समारोह गोदावरी धाम में हुआ। यहां अखिल राजस्थान सनाढ्य ब्राह्मण महासभा के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व विधायक मांडलगढ़ भंवरलाल जोशी ने कहा कि ब्राह्मण समाज ने प्राचीन काल से ही विश्व मंगल की कामना की है। ऐसे आयोजन समाज में एकजुटता का संदेश देते हैं। गोदावरी धाम के महंत शैलेंद्र भार्गव ने गुरु वशिष्ठ की महिमा का वर्णन किया।

समाज के प्रत्येक बंधुओं से रामचरितमानस पढऩे का आह्वान किया। विधायक संदीप शर्मा ने कहा िक ब्राह्मण समाज को दिशा, संस्कार देता है। अखिल राजस्थान सनाढ्य ब्राह्मण महासभा के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष पंडित गोविंद शर्मा ने मातृशक्ति को आह्वान किया कि बच्चों को संस्कार के साथ स्वस्थ शरीर बनाने पर भी ध्यान दें।

अखिल राजस्थान सनाढ्य ब्राह्मण महासभा के प्रदेश महामंत्री किशन पाठक ने बताया कि सप्त ऋषि मंडल के प्रमुख संत होने के कारण ऋषि पंचमी की तिथि के दिन इनका प्राकट्य महोत्सव मनाया जाता है। राजस्थान में इसकी शुरुआत 2 वर्ष पहले कोटा से प्रारंभ हुई। भव्य आयोजन किया था। इस वर्ष कोविड गाइडलाइन की पालना करते हुए समाज ने मुख्य समारोह का संक्षिप्त आयोजन गोदावरी धाम मंदिर के हॉल में किया।

इसमें सनाढ्य समाज के 30 पुरोहितों का सम्मान किया। संचालन अखिल राजस्थान सनाढ्य ब्राह्मण महासभा के जिलाध्यक्ष हरिसुदन शर्मा ने किया। धन्यवाद जिला महामंत्री विजय भारद्वाज ने दिया। समारोह में प्रदेश कोषाध्यक्ष दीपक शर्मा, संभागीय अध्यक्ष दिनेश शर्मा, महिला अध्यक्ष रेनू मिश्रा, महामंत्री मालती शर्मा, जिला महामंत्री विजय भारद्वाज, वरिष्ठ उपाध्यक्ष घनश्याम पाठक, पंडित प्रदीप जोशी आदि मौज्ूद रहे।

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