भारत-चीन सीमा विवाद : लेफ्टिनेट जनरल लेवल की दूसरी बैठक हुई

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गलवान में हिंसक झड़प के बाद हाईलेवल मीटिंगों का दौर जारी है। दिल्ली में आर्मी चीफ जनरल एमएम नरवणे ने सेना के टॉप कमांडर्स के साथ बैठक की। जनरल नरवणे ने कमांडर्स से सुरक्षा के हालात की जानकारी मांगी है। बैठक कल भी जारी रहेगी। उधर, मॉल्डो में सोमवार को भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की बातचीत हुई। यह बैठक सुबह करीब 11.30 बजे शुरू हुई थी।

हालांकि, अभी यह सामने नहीं आया है कि बैठक के दौरान दोनों पक्षों में या बातचीत हुई। भारत और चीन के बीच लेफ्टिनेंट जनरल लेवल की वार्ता का यह दूसरा दौर है। गलवान में हुई झड़प में चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर कंटीले तारों से हमला किया था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 40 से ज्यादा जवान मारे गए। हालांकि, उसने अभी तक किसी सैनिक के मारे जाने की बात नहीं कही है।

गलवान में हुई झड़प में चीनी सैनिकों ने भारतीय जवानों पर कंटीले तारों से हमला किया था, जिसमें 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन के भी 40 से ज्यादा जवान मारे गए

त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे विदेश मंत्री : विदेश मंत्री एस.जयशंकर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए रूस और चीन के विदेश मंत्रियों के साथ होने वाली त्रिपक्षीय बैठक में हिस्सा लेंगे।

रक्षा मंत्री का रूस दौरा: रूस से सुखोई, मिग-29, टी-90 टैंक की अर्जेंट सप्लाई की करेंगे मांग: भारत-चीन तनाव के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सोमवार को तीन दिन के दौरे पर रूस रवाना हुए हैं। दोनों देशों के बीच रक्षा को लेकर और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा होने की उ मीद है। साथ ही भारत एस-400 ट्राय फ एंटी मिसाइल सिस्टम की डिलीवरी में तेजी लाने के लिए रूस पर दबाव डाल सकता है।

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राजनाथ का यह दौरा चीन और भारत के बीच हुई हिंसक झड़प के 6 दिन बाद हो रहा है। 15 जून को हुई झड़प में गलवान घाटी में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए थे। सूत्रों के हवाले से बताया कि रक्षा मंत्री राजनाथ रूस से सुखोई-30एमकेआई, मिग-29, टी-90 टैंक और किलो क्लास सबमरीन के लिए इक्विपमेंट की अर्जेंट सप्लाई की मांग करेंगे। पहले इन इक्विपमेंट की सप्लाई समुद्र के रास्ते से होनी थी, लेकिन कोविड महामारी के चलते यह कई महीनों से अटकी है।