भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद कोरोना महामारी से निबटने के लिए दे रहा है अपना भरपूर योगदान

Indian Council of Medical Research (Jodhpur)
Indian Council of Medical Research (Jodhpur)

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद राज्य की 20 सरकारी प्रयोगशालाओं को दे रहा है जाँच किट

 जोधपुर। जोधपुर स्थित भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद कोरोना महामारी से निबटने के लिए अपना अहम योगदान दे रहा है संस्थान के निदेशक डॉक्टर जी एस टोटेजा ने बताया की  यह संस्थान ना केवल अपनी प्रयोगषाला में इसकी जाँच कर रहा है, अपितु राजस्थान राज्य की 20 सरकारी प्रयोगशालाओं को भी परीक्षण के लिए जाँच किट और रिएजेण्ट्स की उपलब्ध करा रहा है इन सभी सरकारी प्रयोगशालाओं में आपूर्ति सुनिष्चित करने के लिए संस्थान 24 घंटे कार्य कर रहा है जिसके लिए 20 टीमों का गठन किया है।

नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर इम्प्लीमेंटेशन रिसर्च ऑन नॉन कम्युनिकेबल डिजीजेज ( Formerly Known as DMRC ) संस्थान ना केवल अपनी प्रयोगशाला में इसकी जाँच कर रहा है , अपितु प्रयोगशालाओं को भी परीक्षण के लिए जाँच किट और रिएजेण्ट्स की उपलब्ध करा रहा है

निदेशक, डॉक्टर जी एस टोटेजा

कोरोना महामारी से निबटने के लिए ICMR- नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर इम्प्लीमेंटेशन रिसर्च ऑन नॉन कम्युनिकेबल डिजीजेज ( Formerly Known as DMRC ) संस्थान ना केवल अपनी प्रयोगषाला में इसकी जाँच कर रहा है , अपितु राजस्थान राज्य की 20 सरकारी प्रयोगशालाओं को भी परीक्षण के लिए जाँच किट और रिएजेण्ट्स की उपलब्ध करा रहा है । डॉ.जी. एस. टोटेजा , निदेषक,  NIIRNCD  ने वीडियो कांफ्रेंस से जानकारी देते हुए बताया है कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद ( ICMR ) द्वारा ICMR- नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर इम्प्लीमेंटेशन रिसर्च ऑन नॉन कम्युनिकेबल डिजीजेज ( NIIRNCD ) को कोरोना महामारी से निबटने में सहयोग देने के लिए दिनांक 19 अप्रैल , 2020 को डिपो बनाया गया । यह डिपो राजस्थान राज्य की 20 सरकारी प्रयोगशालाओं को कोविड -19 के परीक्षण के लिए जाँच किट और रिएजेण्ट्स की आपूर्ति कर रहा है ।

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इन सभी सरकारी प्रयोगशालाओं में आपूर्ति सुनिष्चित करने के लिए संस्थान के निदेषक डॉ . जी . एस . टोटेजा ने 24X7 कार्य करते रहने के लिए टीमों का गठन किया है । कोविड -19 के परीक्षण के इन जाँच किट और रिएजेण्ट्स को माइनस 20 डिग्री तथा माइनस 80 डिग्री सेंटीग्रेड पर स्टोर किया जाता है । राज्य के विभिन्न जिलों की प्रयोगषालाओं में इन्हें भेजने के लिए जाँच किट और रिएजेण्ट्स को थर्मोकॉल के डिब्बे में ड्राई आइस के साथ रखकर भेजा जा सकता है ।

ये 20 सरकारी प्रयोगशालाएं राजस्थान राज्य के विभिन्न जिलों में स्थित हैं । इन प्रयोगशालाओं में इन जाँच किट और रिएजेण्ट्स की आपूर्ति के लिए संचालन सहयोगी ( logistic partner ) के रूप में इण्डियन पोस्ट को चुना गया । संस्थान के निदेषक डॉ . जी . एस . टोटेजा ने बताया कि इण्डियन पोस्ट और राष्ट्रीय असंचारी रोग कार्यान्वयन अनुसंधान संस्थान ( NIIRNCD ) के मध्य सहमति पत्र ( MOU ) पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इण्डियन पोस्ट ने संचालन सहयोगी ( logistic partner ) के रूप में अपनी सहमति दी और समयबद्ध तरीके से राजस्थान राज्य की इन 120 सरकारी प्रयोगशालाओं को कोविड -19 के परीक्षण के लिए जाँच किट और रिएजेण्ट्स पहुंचाने की जिम्मेदारी ली । इण्डियन पोस्ट के आभारी हैं कि उन्होंने इस मामले पर तुरंत अपनी सहमति प्रदान की और तुरंत ही अपना सहयोग देना प्रारम्भ कर दिया । 

वैज्ञानिक प्रभारी डॉ जे एम

संस्थान के डा जे एम् ने बताया की इण्डियन पोस्ट के द्वारा संचालन सहयोगी  के रूप में अब तक राष्ट्रीय असंचारी रोग कार्यान्वयन अनुसंधान संस्थान  से राजस्थान राज्य के 15 जिलों में स्थित 20 सरकारी प्रयोगशालाओं को कोविड -19 के परीक्षण के लिए 350000 RTPCR रिएजेण्ट्स और 2-3 लाख RNA Extraction किट तथा अभी तक हमने 70000 VTM की आपूर्ति की जा चुकी है । हमारे डिपो में पर्याप्त मात्रा में कोविड -19 के परीक्षण के जाँच किट और रिएजेण्ट्स उपलब्ध हैं ।

इन प्रयोगषालाओं के परीक्षण की क्षमता को ध्यान में रखते हुए आवष्यकतानुसार जाँच किट और रिएजेण्ट्स की आपूर्ति की जाएगी । वैज्ञानिक डॉ रमेश हुड्डा बताया कि इस संस्थान की प्रयोगशाला में कोरोना नमूनों की जाँच का कार्य दिनांक 18 अप्रैल , 2020 से 62 नमूनों के साथ षुरू किया गया । संस्थान को नमूने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ( CMHO ), जोधपुर द्वारा भेजे जाते हैं ।

वैज्ञानिक डॉ रमेश हुड्डा

जाँच की रिपोर्ट प्रतिदिन चिकित्सा षिक्षा सचिव, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी। जोधपुर तथा स्थानीय प्रषासन जोधपुर को भेजी जाती रही है । उन्होंने कहा कि हमारा संस्थान कोरोना जाँच में तेजी लाने के लिए प्रतिबद्ध और विष्वस्त है । । हमारी प्रयोगशाला में अब तक लगभग 33000 नमूनों की जाँच कर ली गई है । हमारे इंस्टिट्यूट को अभी अभी validation center का भी ICMR ने दायित्व सौंपा है