भारतीय नौसेना उत्तरी अरब सागर में जापानी के साथ संयुक्त अभ्यास जीमेक्स की शुरुआत करेगी

नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के साथ हिंद महासागर में संयुक्त अभ्यास के महज एक दिन के अंतराल पर भारतीय नौसेना एक और मेगा नौसैनिक अभ्यास में शिरकत करने जा रही है। शनिवार से भारतीय नौसेना उत्तरी अरब सागर में जापानी नौसेना के साथ तीन दिन के संयुक्त अभ्यास जीमेक्स की शुरुआत करेगी। अधिकारियों का कहना है कि इससे भारतीय नौसेना की अभियान क्षमताओं को मजबूती मिलेगी।

दोनों देशों के बीच 9 सितंबर को नौसेनाओं को लॉजिस्टिक सपोर्ट के लिए एक-दूसरे के बंदरगाहों के इस्तेमाल का ऐतिहासिक समझौता करने के बाद यह पहला संयुक्त सैन्य अभ्यास है।

अधिकारियों के मुताबिक, भारत-जापान समुद्री द्विपक्षीय अभ्यास (जीमेक्स) के इस चौथे चरण में समुद्री अभियानों के पूरे स्पेक्ट्रम में अभ्यास के दौरान एडवांस एक्सरसाइज की अधिकता रहेगी, जिसमें अंतर संचालन और संयुक्त अभियान कौशल का उच्चतम बिंदु दिखाई देगा। नौसेना प्रवक्ता के मुताबिक, अभ्यास के दौरान वैपन फायरिंग, क्रास डेक हेलिकॉप्टर अभियान और कांप्लेक्स सरफेस, एंटी सबमैरीन व हवाई सुरक्षा ड्रिल्स दोनों नौसेनाओं के मजबूत समन्वय को आगे बढ़ाएंगी।

भारतीय नौसेना इस अभ्यास में स्वदेश में विकसित स्टील्थ डेस्ट्रॉयर चेन्नई, तेग क्लास स्टील्थ फ्रिगेट तरकश और फ्लीट टैंकर दीपक के साथ हिस्सेदारी कर रही है, जबकि जापानी नौसेना की समुद्री सेल्फ डिफेंस फोर्स कागा युद्धपोत, इजुमो क्लास हेलिकॉप्टर डेस्ट्रॉयर और गाइडेड मिसाइल डेस्ट्रॉयर इकाजुकी के साथ शिरकत करेगी। इसके अलावा समुद्री गश्ती विमानों, हेलिकॉप्टरों और लड़ाकू विमानों की एक लंबी रेंज भी अभ्यास का हिस्सा रहेंगी। 

बता दें कि 2012 में शुरू की गई जीमेक्स अभ्यासों की श्रृंखला में हर दो साल में एक बार दोनों देशों की नौसेनाएं एकसाथ जुटती हैं। समुद्री सुरक्षा सहयोग के उद्देश्य से शुरू किए गए इस संयुक्त अभ्यास का पिछला चरण अक्तूबर, 2018 में विशाखापत्तनम के तट पर आयोजित किया गया था।