इंडियन ऑयल ने जारी किये वित्त वर्ष 2020-21 की तीसरी तिमाही के परिणाम

कंपनी का मुनाफा 62 प्रतिशत बढ़ा

नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल का मुनाफा चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 62.42 प्रतिशत बढक़र 4,359.11 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में उसे 2,683.87 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी के निदेशक मंडल की शुक्रवार को हुई बैठक में तिमाही परिणामों को मंजूरी प्रदान की गई। इसके अनुसार, 30 दिसंबर 2020 को समाप्त तिमाही में समग्र आधार पर कंपनी का कुल राजस्व 1,48,769.23 करोड़ रुपये रहा। एक साल पहले की समान अवधि में यह 1,47,433.25 करोड़ रुपये रहा था।

वहीं, कुल खर्च 1,43,676.43 करोड़ रुपये से घटकर 1,41,473.23 करोड़ रुपये रह गई। इंडियन ऑयल के अध्यक्ष, एस.एम. वैद्य ने कहा, इंडियनऑयल ने अप्रैल-दिसंबर 2020 की अवधि के दौरान निर्यात सहित 58.436 मिलियन टन उत्पाद की ब्रिकी की। वित्त वर्ष 2020-21 के पहले नौ महीनों के लिए हमारा परिष्कृत थ्रोपुट 44.759 मिलियन टन था और निगम के देशव्यापी पाइपलाइन नेटवर्क का थ्रोपुट वर्ष के दौरान 54.170 मिलियन टन था।

वित्त वर्ष 2020-21 के पहले नौ महीनों में हमारा परिष्कृत थ्रोपुट 44.759 मिलियन टन था और कॉरपोरेशन के देशव्यापी पाइपलाइन नेटवर्क का थ्रोपुट वर्ष के दौरान 54.170 मिलियन टन था। अप्रैल – दिसंबर 2020 की अवधि के दौरान सकल रिफाइनिंग मार्जिन (जीआरएम) पिछले वित्त वर्ष की 2.96 यूएस प्रति डॉलर बीबीएल की तुलना में इसी अवधि में 3.34 यूएस प्रति डॉलर बीबीएल रहा।

अच्छे परिणामों के मद्देनजर कंपनी ने 75 प्रतिशत अंतरिम लाभांश की भी घोषणा की है। कंपनी के मुताबिक 10 रुपये अंकित मूल्य के प्रत्येक शेयर पर शेयरधारकों को 7.5 रुपये का लाभांश दिया जायेगा।