सस्ते में मिलेंगे स्वदेशी लैपटॉप

अनिल अग्रवाल
अनिल अग्रवाल

40 हजार रुपए में मिलेगा एक लाख का लैपटॉप

यदि सब कुछ ठीक रहा तो भारत में बनने वाला सेमीकंडक्टर लैपटॉप काफी कम दामों पर आपको उपलब्ध हो सकेगा। बताया जा रहा है कि सप्लाई चेन पर दबाव के कारण पूरी दुनिया में चिप की किल्लत है। इस कारण भारत में लॉन्च होने वाले लैपटॉप की औसत कीमतें देश में बढ़कर 60,000 हजार रुपये तक हो गई है। हालांकि इस महंगाई के कारण मांग में कोई कमी नहीं आई है।

गुजरात में शुरू होगा देश का पहला सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र

वर्ष 2022 की पहली तिमाही में भारतीय बाजार में 5.8 करोड़ के कम्प्यूटर शिपमेंट्स आए हैं जो कि अब तक का रिकॉर्ड है। अब वेदांता ग्रुप भारत के टेक्नॉलॉजी बाजार को एक नई ऊंचाई देने को तैयार है। वेदांता-फॉक्सकॉन गुजरात में देश का पहला सेमीकंडक्टर निर्माण यूनिट लगाने के लिए कमर कस चुकी है।

1.54 लाख करोड़ रुपये की लागत से बनेगा पहला सेमीकंडक्टर प्लांट

वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने इस दौरान कहा है कि देश में सेमीकंडक्टर का निर्माण होने से एक लाख रुपये में बिकने वाला लैपटॉप 40000 रुपये से कम में बिकने लगेगा। उन्होंने कहा कि ऐसा देश में 1.54 लाख करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले पहले सेमीकंडक्टर का प्लांट की शुरुआत होने और वहां निर्माण कार्य शुरू होने से संभव हो सकेगा।

सेमीकंडक्टर निर्माण के लिए वेदांता और फॉक्सकॉन ने किया है ज्वाइंट वेंचर

उन्होंने कहा कि जो सेमीकंडक्टर अब तक सिर्फ ताइवान और कोरिया में बनती थीं वे अब भारत में भी बनेंगी। उन्होंने कहा कि हम ताइवान की इलेक्ट्रॉनिक पावरहाउस कंपनी फॉक्सकॉन के साथ ज्वाइंट वेंचर कर भारत में सेमीकंडक्टर का निर्माण शुरू करने जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस ज्वाइंट वेंचर में फॉक्सकॉन की हिस्सेदारी 38 प्रतिशत होगी। उन्होने कहा कि डिजिटल भविष्य के लिए आत्मनिर्भरता जरूरी है।

अगले दो वर्षो में देश में शुरू हो जाएगा सेमीकंडक्टर का निर्माण

मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक गुजरात में स्थापित सेमीकंडक्टर निर्माण संयंत्र से अगले दो वर्षों में सेमीकंडक्टर का निर्माण शुरू हो जाएगा। कंपनी को अपने इस कारोबार से 3.5 बिलियन डॉलर के टर्नओवर की उम्मीद है। जिसमें एक बिलियन डॉलर का हिस्सा सेमीकंडक्टर के निर्यात से आएगा।

इलेक्ट्रॉनिक्स के आयात पर वर्ष 2020 खर्च हुए 15 बिलियन डॉलर

वर्तमान में भारत सौ फीसदी सेमीकंडक्टर का आयात करता है और वर्ष 2020 में इस मद में 15 बिलियन डॉलर खर्च किए गए। इसमें से 37 प्रतिशत आयात चीन से किया गया। बता दें कि एसबीआई की एक रिपोर्ट में भी यह बात कही गई है कि अगर भारत चीन से अपना आयात 20 प्रतिशत घटा लेता है तो इससे देश की जीडीपी में आठ बिलियन डॉलर का इजाफा होगा।

सेमीकंडक्टर निर्माण खर्च का 50प्रतिशत वहन करेगी सरकार

बता दें कि वेदांता की ओर से देश में सेमीकंडक्टर निर्माण की परियोजना भारत सरकार 76000 करोड़ रुपये की स्कीम का हिस्सा है। भारत सरकार इस स्कीम के तहत इस की निर्माण परियोजना का 50 प्रतिशत खर्च का वहन करेगी।

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