एजेंसी, तेहरान
कोरोना वायरस महामारी से जूझने के दौरान भी अमेरिका-ईरान के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ईरानी सेना के सर्वोच्च अंग रिवोल्यूशनरी गार्ड के मुखिया जनरल हुसैन सलामी ने बृहस्पतिवार को धमकी दी कि उन्होंने अपने सुरक्षा बलों को अमेरिकी नौसेना को घातक हमला करने के आदेश दे दिए हैं।
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ईरानी कमांडर ने यह बात अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से ईरानी नौकाओं को डुबोने की धमकी देने वाले ट्वीट के एक दिन बाद कही है। ईरान ने स्विस राजदूत को भी अलग से समन जारी किया, जो ईरान में अमेरिकी प्रतिनिधि की भूमिका भी निभा रहे हैं। दोनों देशों के बीच महीनों से चल रहे हमलों के बीच आई ट्रंप की धमकी को लेकर ईरान ने स्विस राजदूत से शिकायत दर्ज कराई।
ईरानी सेना के सर्वोच्च अंग रिवोल्यूशनरी गार्ड के मुखिया जनरल हुसैन सलामी ने बृहस्पतिवार को धमकी दी
जनरल सलामी ने राजकीय टेलीविजन पर कहा, हमनें अपनी नौसेना को आदेश दे दिए हैं कि अमेरिका की आतंकी सेना के नौसैनिक बलों का कोई भी युद्धपोत या अन्य सैन्य यूनिट हमारी व्यवसायिक या लड़ाकू नौकाओं को रोकने का प्रयास करें तो उन्हें सीधे निशाना बनाया जाए। बता दें कि दोनों देशों के बीच चल रहे तनाव में कोरोना वायरस महामारी के चलते अस्थायी ठहराव आया था, लेकिन ईरान ने ट्रंप प्रशासन की अधिकतम दबाव नीति के खिलाफ सैन्य और राजनयिक, दोनों तरीके से दोबारा विरोध चालू कर दिया है।
ईरान- अमेरिका के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है
बुधवार को ईरान ने अपनी पहली सैन्य सैटेलाइट भी अंतरिक्ष में लांच की थी। पिछले सप्ताह अमेरिकी नौसेना ने रिवोल्यूशनरी गार्ड की 11 गनबोट पर फारस की खाड़ी में अमेरिकी युद्धपोतों की तरफ खतरनाक तरीके से बढऩे का आरोप लगाया था।