आईएसआई अपने हित साधने के लिए कई देशों में अपराधियों का इस्तेमाल कर रही

ग्लोबल वॉच एनालिसिस की रिपोर्ट के मुताबिक, थाईलैंड और फ्रांस में आईएसआई के कुछ लोग गिरफ्तार किए गए हैं

नई दिल्ली। पाकिस्तान की बदनाम खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने हित साधने के लिए कई देशों में अपराधियों का इस्तेमाल कर रही है। फ्रांस और थाईलैंड में आईएसआई से जुड़े कई लोग गिरफ्तार किए गए हैं। ये सभी जाली दस्तावेजों के जरिए मनी लॉन्ड्रिंग और मानव तस्करी जैसे कामों के साथ कट्टरता भी फैला रहे थे। जांच एजेंसियों के लिए फिक्र की बात यह है कि इन गलत कामों के लिए पाकिस्तान की एम्बेसी का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एक गिरफ्तारी से खुल गया राज

थाईलैंड की इंटेलिजेंस यूनिट ने पिछले दिनों पाकिस्तानी नागरिक वकार शाह को गिरफ्तार किया। इस पर कई दिनों तक नजर रखी गई। शाह मनी लॉन्ड्रिंग, जाली पासपोर्ट, ड्रग्स समेत कई गैरकानूनी काम कर रहा था। 2012 में इसने बैंकॉक में अमेरिकी दूतावास के सामने प्रदर्शन भी कराया था। शाह से पूछताछ के बाद इरान के हामिद रेजा जाफ्रे और पांच अन्य पाकिस्तानियों को भी गिरफ्तार किया गया।

जाफ्रे की तलाश चार देशों को

रिपोर्ट के मुताबिक, जाफ्रे ने बताया कि वो शाह के लिए काम करता है। ब्रिटेन, फ्रांस, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड की पुलिस को उसकी तलाश है। ये लोग जाली पासपोर्ट्स के जरिए पाकिस्तानियों को ऑस्ट्रेलिया और यूरोप भेजते थे। गिरफ्तार किए गए लोगों में से एक का नाम गोहर जमान है। जमान ने पूछताछ में हैरान कर देने वाले खुलासे किए।

गलत कामों के लिए एम्बेसी का इस्तेमाल

जांच एजेंसियों के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए सभी लोग पेशेवर अपराधी हैं। आईएसआई इनका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए कर रही थी। इसके लिए इन्हें पैसा दिया जाता है। चिंता की बात यह है कि ये लोग पाकिस्तान की एम्बेसी से सीधे जुड़े थे। शाह ने बैंकॉक में एक रेस्टोरेंट भी खोला था। इसमें एम्बेसी के लोग लगभग रोज आते थे।

फर्जी नाम से थाईलैंड में एंट्री

खास बात ये है कि शाह को 2018 में थाईलैंड ने पांच साल के लिए देश निकाला दिया था। दो साल बाद वो सैयद वकार अहमद जाफरी के नाम से फर्जी पासपोर्ट बनवाकर फिर यहां पहुंच गया। हालांकि, कुछ दिनों बाद जांच एजेंसियों को इसका पता लगा। उसे गिरफ्तार कर लिया गया।

फ्रांस में भी यही हुआ

फ्रांस की राजधानी पेरिस में भी एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया गया। इसके भी एम्बेसी से सीधे संबंध हैं। मामला इतना गंभीर है कि पुलिस ने गिरफ्तार व्यक्ति की अब तक पहचान उजागर नहीं की है। इसके तार पुर्तगाल और बेल्जियम तक फैले हैं। इस पर फर्जी पासपोर्ट और ड्रग तस्करी के आरोप हैं। पूछताछ में इसने आईएसआई एजेंट होने की बात मानी है।