राजस्थानी धरोहर को सहेजना हमारी जिम्मेदारी – जगदीश चंद्र

विधानसभा में 8 करोड़ों की आवाज गूंजेंगी तो मिलेगा राजस्थानी को सही मान – सिंगोली

उदयपुर। फर्स्ट इंडिया टीवी के सीएमडी जगदीश चंद्र ने कहा कि प्रवासी राजस्थानी हमारी धरोहर है और उसको सहेज कर रखना हम सबकी जिम्मेदारी है।

डॉ. जगदीश चंद्र जयपुर से अडावळ साहित्य महोत्सव के समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राजस्थान की संस्कृति का देश-दुनिया में बोलबाला है। राजस्थानी संस्कृति, भाषा को आमजन तक पहुंचाने में जिस प्रकार अडावळ समारोह हर वर्ष आयोजित किए जा रहे है उससे निश्चित रूप से राजस्थानी संस्कृति को सहजने में सफल रहेंगे।

राजस्थान साहित्य महोत्सव अडावळ -2021 के तहत रविवार शाम होटल यॉइस में गूगल को बनाया जाए लोकल के साथ धमाकेदार सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत हुई। राजस्थान की लोक कलाओं के साथ लोक कहानियों का वाचन, संगीत नृत्य और संवाद हुआ जिसमें स्थानीय स्कूलों के बच्चों ने शिरकत कर कार्यक्रम को राजस्थानी रंग में सरोबार कर दिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भूपाल नोबल्स विश्वविद्यालय के चेयरपर्सन प्रदीप सिंह सिंगोली ने कहा कि राजस्थान की विधानसभा में जब 8 करोड़ों की आवाज गूंज आएगी तो राजस्थानी को सही मान मिलेगा। आज अडावळ समारोह से बच्चों ने राजस्थानी लोकगीत पर और राजस्थानी नृत्य की प्रस्तुति देकर सबको अचंभित कर दिया।

यह अपने आप में नया प्रयोग था जो किया क्लासिकल से राजस्थानी की ओर किया गया नया प्रयोग था। इस मौके पर हिना सोलंकी आदि की नृत्य प्रस्तुति ने समां बांधा। महिमा चौधरी के नेतृत्व में स्कूली बच्चियों ने शानदार नृत्यों की प्रस्तुति दी। सुमित्रा व्यास एवं कृतिका शर्मा के लोकगीतों ने सब को भावविभोर कर दिया।

कार्यक्रम कम का संचालन सीमा चंपावत ने किया जबकि अतिथियों का स्वागत कार्यक्रम निदेशक डॉ एस जोलावास ने किया। तकनीकी पक्ष राहुल सिंह भाटी आर्य राज एवं रणवीर सिंह का रहा। कार्यक्रम में गणमान्य मेहमानों के साथ खचाखच भरे हॉल में होटल यॉइस में आयोजन समिति के उपाध्यक्ष योगेश कुमावत ने सभी पधारे हुए मेहमानों का स्वागत किया।

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