जेडीए के सार्वजनिक पार्क प्रातः 5 से रात्रि 9 बजे तक खुलेंगे

jda
jda

कोविड-19 महामारी के दिशा-निर्देशों की करनी होगी पालना

जयपुर। जयपुर विकास प्राधिकरण द्वारा कोविड-19 महामारी के मद्देनजर रखते हुए राजस्थान सरकार गृह विभाग (गु्रप-9) के आदेश क्र.एफ 33(2)गृह/ गु्रप.9/2019 दिनांक 25.05.2020 की अनुपालना में जविप्रा क्षेत्राधिकार के सार्वजनिक पार्कों में आमजन के लिए सावधानिया, प्रतिबंध, सुरक्षा उपाय, सामाजिक दूरी बनाने व कार्य संचालन की व्यवस्था हेतु जारी किये गये निर्देश में राजस्थान सरकार गृह विभाग (गु्रप-9) के आदेश क्र.एफ 33(2)गृह/गु्रप-9/2019 दिनांक 18.01.2021 के क्रम में संशोधन कर शर्ताें के साथ खोलने के निर्देश जारी किये गये।

जयपुर विकास आयुक्त गौरव गोयल ने बताया कि जेडीए द्वारा सभी सार्वजनिक पार्क प्रातः 5.00 से रात्रि 9.00 बजे तक खुले रहेंगे। इसके अतिरिक्त माननीय न्यायालय के आदेश के क्रम में यातायात को दृष्टिगत रखते हुये रामनिवास बाग के गेट्स प्रातः 8.00 बजे से रात्रि 10.30 बजे तक खुले रहेंगे। संबंधित पार्क प्रभारी एवं सुरक्षाकर्मी समय पर पार्क खोलना व बंद करना सुनिश्चित करेंगे। जविप्रा के सार्वजनिक पार्कों में भ्रमणकर्ताओं को चेहरे पर मास्क लगाना अनिवार्य होगा। इसकी पालना की सुनिश्चितता हेतु पार्क के सुरक्षाकर्मी भ्रमणकर्ताओं को सावचेत करते रहेंगे। जविप्रा के सार्वजनिक पार्कों में भ्रमणकर्ताओं को न्यूनतम सामाजिक दूरी (2 गज) की पालना करनी होगी।जविप्रा के सार्वजनिक पार्कों में भ्रमणकर्ताओं के उपयोग में आने वाले संसाधन जैसे- पेयजल सुविधा (वाटर कूलर), सुलभ सुविधा आदि को पूर्णतया स्वच्छ एवं कार्यशील अवस्था में रखना पार्क प्रभारी सुनिश्चित करेगा।

वरिष्ठ उद्यानविज्ञ महेश तिवारी ने बताया कि जेडीए के सार्वजनिक पार्कों में धूम्रपान करने, गुटखा व तम्बाकू खाने पर पूर्णतया प्रतिबंध रहेगा तथा पार्क में थूकना दंडनीय अपराध होगा। जविप्रा के सार्वजनिक पार्कों में कतिपय भ्रमणकर्ताओं द्वारा कुत्तों को रोटी, बिस्किट या अन्य खाद्यान्न नहीं देने हेतु सुरक्षाकर्मी आग्रह करेंगे जिससे कि पार्क के आम भ्रमणकर्ताओं को कुत्ते काटने व कुत्ते के द्वारा बनाये गये घर (खड्डे) से चोटिल होने में राहत मिल सके।जविप्रा के सार्वजनिक पार्कों में कतिपय भ्रमणकर्ताओं द्वारा पार्क में विभिन्न स्थानों पर पक्षियों हेतु दाना बिखेरा जाता है, जिसके परिणाम स्वरूप यदा-कदा कुत्ते व बिल्लियों द्वारा पक्षियों का शिकार भी हो जाता है एवं पार्क में चूहे भी पैदा हो जाते है जिससे पार्क के पेड-पौधों व लॉन को भारी क्षति होती है। अतः उक्त कतिपय भ्रमणकर्ताओं से सुरक्षाकर्मी पार्क में पक्षियों हेतु दाना नहीं बिखेरने हेतु आग्रह करेंगे।