मनरेगा मजदूरों को कोरोना वायरस के जागरूकता जगा रहे हैं विकास अधिकारी पाराशर

झालावाड़
झालावाड़ जिले की सबसे बड़ी पंचायत समिति सुनेल के विकास अधिकारी द्वारा कोरोना वायरस से बचने के लिए जागरूकता के लिए अनोखी पहल से प्रचार प्रसार किया गया। अनोखी पहल के अंतर्गत विकास अधिकारी बृजेश पाराशर द्वारा ग्राम पंचायत सुनेल में चल रहे मनरेगा कार्यों का निरीक्षण किया।

साथ ही महामारी घोषित हुए कोरोना वायरस से बचने के लिए पैर में तकलीफ होने के बावजूद कई घंटे खड़े रहकर मजदूरों को सामान्य बोलचाल की भाषा में कोरोना वायरस से बचने के लिए प्रचार प्रसार किया।

उल्लेखनीय है कि विकास अधिकारी डॉक्टर बृजेश पाराशर सुनेल में विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त हुए जब से लेकर आज तक सरपंच एवं जनप्रतिनिधियों से हाथ नहीं मिलाते केवल नमस्कार करते हैं।

उनकी यह आदत कई जनप्रतिनिधियों को नागवार गुजरी। उन्होंने कई माह पूर्व मीटिंग में उपस्थित जनप्रतिनिधियों को बताई गई बातें जो आज शत प्रतिशत सत्य साबित हुई।

विकास अधिकारी पाराशर ने कहा था भारतीय संस्कृति के अनुसार हाथ मिलाना उचित नहीं माना जाता। अभिवादन के लिए दूर से ही नमस्कार करने की परंपरा हमारी संस्कृति में है।

मिलते वक्त नमस्कार और विदा होते वक्त नमस्ते कहना चाहिए। हाथ मिलाने की वजह हाथ जोड़कर नमस्कार करना चाहिए। मिटिंग में कहा था कि हाथ मिलाने का प्रचलन अंग्रेज काल में शुरू हुआ।

हाथ जोड़कर अभिवादन करने के कई फायदे हैं जबकि हाथ मिलाने के बहुत सारे नुकसान हैं। आजकल हाथ मिलाने से ही संक्रमण ज्यादा फैलने लगा है।

हमारे हाथों से खुद का चेहरा भी नहीं छूना चाहिए, क्योंकि दिनभर में हाथों में कई तरह के बैक्टीरिया जमा हो जाते हैं।