लोकरंग के 9वें दिन कालबेलिया नृत्य और झारखंड के कर्मा नृत्य ने जमाया रंग

  • लोकरंग उत्सव का 9वां दिन आज
  • 26 दिसंबर तक चलेगा लोकरंग उत्सव

जयपुर। आजादी का अमृत महोत्सव के तहत जवाहर कला केन्द्र (जेकेके) में चल रहे 11-दिवसीय 24वें ‘लोकरंग-2021’ के 9वें दिन भी बड़ी संख्या में दर्शक लोकनृत्य व संगीत के विविध सांस्कृतिक रंगों में डूबे नजर आए। जेकेके के मध्यवर्ती में लोक कलाकारों ने अपनी प्रस्तुतियों से रंग जमा दिया।

शुक्रवार को विभिन्न प्रस्तुतियां आयोजित हुईं जिनमें राजस्थान के कलाकारों ने जोधपुर का कालबेलिया नृत्य व डफ चंग का प्रदर्शन किया। वहीं झारखंड के कर्मा नृत्य व शिकारी नृत्य ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर का रऊफ नृत्य, असम का बारदोई शिकला और झुमुर नृत्य, हरियाणा का घूमर, पंजाब का झूमर, और गुजरात का सिद्धि धमाल प्रस्तुत किया गया।

इसी प्रकार से शुक्रवार को जेकेके के शिल्पग्राम में भी रंगारंग प्रस्तुतियों का आयोजन हुआ। राजस्थान सहित विभिन्न राज्यों के कलाकारों ने अपने-अपने क्षेत्र की लोक कलाओं का प्रदर्शन किया। राजस्थानी कलाकारों ने कठपुतली, बहुरूपिया, अलवर का खारी नृत्य, राजस्थानी घूमर नृत्य, बांसवाड़ा का डांगडी नृत्य प्रस्तुत किया। इसके अलावा, उत्तराखंड का छप्पेली, हिमाचल प्रदेश का सिरमोर नाटी, पंजाब का नचार, हरियाणा का बीन और झारखंड का मानभूम छउ नृत्य की भी प्रस्तुतियां हुई।

लोक प्रस्तुतियों के साथ ही शिल्पग्राम में राष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला भी चल रहा है। इस मेले में देशभर के पुरस्कृत शिल्पियों द्वारा निर्मित कलात्मक हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी लगाई जा रही है व ब्रिकी हो रही है। विजिटर्स के लिए यह मेला 26 दिसंबर तक प्रतिदिन दोपहर 12 बजे से रात 9.30 बजे तक खुला है।

इसके साथ ही शिल्पग्राम में देश के अलग- अलग क्षेत्र के व्यंजनों के स्टॉल्स भी लगे हैं। जहां विजिटर्स विभिन्न प्रकार के व्यंजनों के जायके का लुत्फ भी उठा सकते हैं। यह आयोजन जेकेके, कला एवं संस्कृति विभाग और रुडा (ग्रामीण गैर कृषि विकास अभिकरण) द्वारा आयोजित किया जा रहा है।

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