बहुमत परीक्षण से पहले कमलनाथ का मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा

कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुआ था कोरोना पॉजिटिव का जर्नलिस्ट पिता
कमलनाथ की प्रेस कॉन्फ्रेंस में शामिल हुआ था कोरोना पॉजिटिव का जर्नलिस्ट पिता

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। कमलनाथ ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा, गवर्नर से मिलने पहुंच गए हैं।

सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट का आदेश दे दिया है और आज शाम तक बहुमत परीक्षण होना था।लेकिन बहुमत परीक्षण से पहले कमलनाथ ने इस्तीफ़ा दे दिया

इस्तीफ़ा बहुमत परीक्षण से दिया

इससे पहले मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक पत्रकार वार्ता कर अपने इस्तीफे का ऐलान कर दिया। कमलनाथ ने पहले अपने 15 महीनों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया और फिर इस्तीफे का ऐलान कर दिया उन्होंने कहा कि पहले दिन से भी भाजपा साजिश रच रही थी ।

भाजपा ने जनता से धोखा किया है अब वह राज्यपाल से मिलेंगे और उन्हें अपना इस्तीफा सौंपेंगे। भाजपा ने लगातार मेरे खिलाफ साजिश की।

जयपुर में इटली के पर्यटक की मौत

गवर्नर को सोपेंगे इस्तीफ़ा

भाजपा पहले दिन से साजिश कर रही थी और आज हमारे 22 विधायकों को कर्नाटक में बंधक बनाकर रखा हुआ है।

ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के बाद उनके समर्थक विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया था। अब सिंधिया भाजपा में शामिल हो चुके हैं। कमलनाथ सरकार से 16 विधायकों के इस्तीफे मंजूर भी किए जा चुके हैं।

230 सदस्यीय विधानसभा में अभी विधायकों की संख्या 206 है। 24 सीटें रिक्त हैं। ऐसे में बहुमत का आंकड़ा 104 पर आकर रुकता है। बागी विधायकों क इस्तीफे के बाद कांग्रेस का संख्या बल घटकर 91 (स्पीकर को मिलाकर 92) रह गया है।

अगर निर्दलीय (4) और बीएसपी (2) और एसपी (1) का समर्थन रहता है तो कमलनाथ सरकार के पास 99 (स्पीकर को मिलाकर) विधायकों का समर्थन रहेगा। यानी बहुमत से 5 विधायक दूर। स्पीकर उसी सूरत में वोट करते हैं, जब फ्लोर टेस्ट के दौरान दोनों दलों को समान मत मिले।