किन्नौर में लैंडस्लाइडिंग : हादसे में अब तक 13 लोगों की मौत, 13 रेस्क्यू किए गए

हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में बुधवार को एक बार फिर लैंडस्लाइडिंग होने से बड़ा हादसा हो गया। शिमला-किन्नौर नेशनल हाईवे-5 पर ज्यूरी रोड के निगोसारी और चौरा के बीच अचानक एक पहाड़ दरक गया। जिससे चट्टानें एक बस और कुछ गाडिय़ों पर जा गिरीं।

मलबे से 3 शव और निकाले गए हैं। इसके बाद मृतकों की संख्या 13 हो गई है। वहीं 13 लोगों को रेस्क्यू कर लिया गया है। अभी मलबे में 25 लोग और फंसे हो सकते हैं। स्थानीय प्रशासन, पुलिस और एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं। वहीं आईटीबीपी को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है।

मलबे में दबी बस हिमाचल रोडवेज की है, जो मूरंग से हरिद्वार जा रही थी। इसके अलावा एक ट्रक, बोलेरो और 3 टैक्सी भी चट्टानें गिरने से दब गई थीं। हिमाचल सरकार ने रेस्क्यू के लिए उत्तराखंड और हरियाणा सरकार से हेलिकॉप्टर मांगे हैं। आर्मी ने भी अपने दो हेलिकॉप्टर भेजे हैं।

इस हादसे में बस के कंडक्टर मोहेंद्र पाल और ड्राइवर गुलाब सिंह सुरक्षित हैं। ये दोनों सड़क पर पहले से गिरे पत्थर देखने के लिए बस से बाहर निकले थे। इसी दौरान पहाड़ से मलबा गिर गया और बस दब गई। दोनों ने भागकर अपनी जान बचा ली। कंडक्टर का कहना है कि बस में 25 सवारियां थीं।

बस कंडक्टर महेंद्र पाल ने बताया, बस में करीब 25 यात्री सवार थे। जैसे ही हम निगुलसेरी पहुंचे, तो देखा कि सामने पहाड़ी से चट्टानें गिर रही हैं। हमने बस को 100 मीटर पीछे ही रोक दिया। यहीं पर कार और ट्रक समेत दूसरी गाडिय़ां भी रुक गईं। इसके बाद अचानक पहाड़ी चट्टानें सभी गाडिय़ों पर गिर गईं।

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