लोगोस और महिंद्रा लॉजिस्टिक्स के बीच दीर्घकालिक लीज एग्रीमेंट

Mahindra Logistics Limited
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दिल्ली-एनसीआर में भारत के सबसे बड़े वेयरहाउसिंग लीज में 1.4 मिलियन एसएफ मल्टी-क्लाइंट बीटीएस वेयरहाउस विकसित करने का प्रयास

सीबीआरई दक्षिण एशिया प्राइवेट लिमिटेड प्रदान करता है इस ऐतिहासिक सौदे की सुविधा

मुंबई। भारत के सबसे बड़े थर्ड-पार्टी लॉजिस्टिक्स (3पीएल) समाधान प्रदाताओं में से एक महिंद्रा लॉजिस्टिक्स (एमएलएल) और एक अग्रणी एशिया पैसिफिक लॉजिस्टिक्स विशेषज्ञ लोगोस ने एक दीर्घकालिक लीज एग्रीमेंट का एलान किया है। यह एग्रीमेंट 1.4 मिलियन वर्ग फुट (एमएमएसएफ) की गोदाम संबंधी सुविधाओं के लिए किया गया है। यह गोदाम दिल्ली-एनसीआर में लोगोस लुहारी लॉजिस्टिक्स एस्टेट में विकसित किया जा रहा है। इस तरह एक ही पार्क में भारत की सबसे बड़ी वेयरहाउसिंग सुविधा उपलब्ध हो सकेगी।

समझौते के तहत, लोगोस लुहारी लॉजिस्टिक्स एस्टेट में एमएलएल के लिए कुल 1.4 एमएमएसएफ के तीन ग्रेड-ए गोदाम विकसित करेगा। पहला 0.5 एमएमएसएफ वेयरहाउस, जो 2021 के मध्य में पूरा हुआ था, अब पूरी तरह से चालू है और अन्य दो वेयरहाउस का काम वर्तमान में चालू है और इनके 2021 के अंत तक और 2022 की शुरुआत में पूरा होने की संभावना है।

नए गोदाम एमएलएल की मल्टी-क्लाइंट सुविधाओं के देशव्यापी नेटवर्क का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे जो ई-कॉमर्स, उपभोक्ता और इंजीनियरिंग जैसे उद्योगों से संबंधित अपने ग्राहकों की सेवाओं की पूर्ति और वितरण का प्रबंधन करते हैं। सुविधाओं को एमएलएल के स्थिरता मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया है। इस दौरान लिक्विड डिस्चार्ज मैनेजमेंट और अक्षय ऊर्जा और अपशिष्ट प्रबंधन से जुड़ी आवश्यकताओं और अत्याधुनिक स्वचालन का भी पूरा ध्यान रखा गया है। एमएलएल इन सुविधाओं में 2,500 से अधिक कर्मचारियों और तीसरे पक्ष के सहयोगियों को रोजगार देगा।

सस्टेनबिलिटी की दिशा में दोनों कंपनियों लोगोस और एमएलएल की प्रतिबद्धता के अनुरूप एस्टेट सस्टेनबिलिटी और पर्यावरण संबंधी बाजार की अग्रणी पहलों को शामिल करेगा जिसमें मियावाकी वन वृक्षारोपण, सौर ऊर्जा उत्पादन और गोदाम के लिए वितरण और सामान्य बुनियादी ढांचा ऊर्जा प्रावधान शामिल हैं। वेयरहाउसिंग में हवा के परिसंचरण, तापमान, ऊर्जा और पानी के उपयोग को मापने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया जाएगा और साथ ही ट्रकों और लोगों की आवाजाही के दौरान उत्पन्न होने वाली गर्मी को मापने के लिए भी तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इन कदमों से परिचालन को नियंत्रित किया जा सकेगा और भविष्य की लॉजिस्टिक संबंधी जरूरतों के लिए डिजाइन बनाने में भी इनसे सहायता मिलेगी।

लोगोस के भारतीय व्यवसाय के सीईओ मेहुल शाह ने कहा, ‘‘हमें भारत में सबसे तेजी से बढ़ती इंटीग्रेटेड लॉजिस्टिक कंपनियों में से एक एमएलएल के साथ साझेदारी करने की खुशी है, जो कि इस क्षेत्र में तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ने के लिए तत्पर है। हम लीन कंस्ट्रक्शन का उपयोग करते हुए एमएलएल के तीन गोदामों को तैयार करेंगे। यह एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें भवन और बाहरी विकास घटकों के लिए ऑफसाइट प्रीकास्ट, फैब्रिकेशन और प्री-असेंबली का उपयोग करना शामिल है। हमारे मजबूत स्थानीय नेटवर्क और क्षेत्रीय विशेषज्ञता के संयोजन के साथ इस तकनीके के माध्यम से ही हम वैश्विक महामारी की चुनौतियों के बावजूद कठोर समय सीमा के भीतर पहली सुविधा देने में सक्षम हुए हैं।’’

महिंद्रा लॉजिस्टिक्स लिमिटेड के प्रबंध निदेशक और सीईओ श्री रामप्रवीण स्वामीनाथन ने कहा, ‘‘अपने वेयरहाउसिंग व्यवसाय को बढ़ाने के अपने प्रयासों को जारी रखते हुए, हमें लोगोस के साथ साझेदारी में लुहारी वेयरहाउसिंग सुविधाओं के लॉन्च की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है। हम जानते हैं कि वेयरहाउसिंग नेटवर्क एक प्रमुख तत्व है और इसीलिए वेयरहाउसिंग संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए हमारा ध्यान कस्टमाइज और इंटीग्रेटेड सॉल्यूशंस पेश करने पर है। हम सभी क्षेत्रों के मौजूदा और संभावित ग्राहकों से निरंतर व्यावसायिक विकास की आशा करते हैं। ये नई सुविधाएं सस्टेनबिलिटी के मामले में एक बेंचमार्क सेट करती हैं।’’

अंशुमन मैगज़ीन, अध्यक्ष और सीईओ – भारत, दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य पूर्व और अफ्रीका, सीबीआरई ने कहा, ‘‘हम भारत के तेजी से उभरते सेक्टर का एक अभिन्न अंग होने पर बहुत गर्व महसूस करते हैं। वेयरहाउस स्पेस के 2021 में 32 मिलियन एसएफ को पार करने की उम्मीद है। तेजी से बढ़ते डिजिटलाइजेशन, 3पीएल और ई-कॉमर्स खिलाड़ियों, और इंजीनियरिंग/निर्माण, खुदरा, एफएमसीजी और फार्मास्यूटिकल्स जैसे अन्य क्षेत्रों में बेहतर संभावनाओं से इस सेगमेंट को काफी बढ़ावा मिला है।’’

लोगोस लुहारी लॉजिस्टिक्स एस्टेट, लोगोस इंडिया लॉजिस्टिक्स वेंचर का हिस्सा है, जिसके पास भारत के प्रमुख लॉजिस्टिक्स बाजारों में अपने स्वामित्व वाली उच्च-गुणवत्ता से परिपूर्ण आधुनिक लॉजिस्टिक्स सुविधाओं को विकसित करने के लिए 800 मिलियन अमेरिकी डॉलर की निवेश क्षमता है।