कुछ देर बाद शुरू होगा चंद्र ग्रहण, जानिए आपके शहर में ग्रहण का समय

चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण

नई दिल्ली। आज 8 नवंबर को साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है और सूतक काल जारी है। ग्रहण भारत में ज्यादातर हिस्सों में आंशिक रूप से दिखाई देगा। सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश में पूर्ण चंद्र देखने को मिलेगा। भारत में ग्रहण दिखाई देने के कारण इसका सूतक काल मान्य होगा। ग्रहण से 9 घंटे पहले सूतक काल लग जाएगा। यह ग्रहण आज मेष राशि और भरणी नक्षत्र में लग रहा है।

पूर्ण चंद्र ग्रहण पर लाल रंग का चंद्रमा

जब भी पूर्ण चंद्र ग्रहण की घटना होती है तो इस दौरान चंद्रमा का रंग बहुत ही सुर्ख लाल रंग का हो जाता है फिर धीरे-धीरे नारंगी रंग का हो जाता है। चंद्र ग्रहण पर चंद्रमा के रंग इस तरह का बदलाव सूर्य के प्रकाश की वजह से होता है।

जानें मेष, वृषभ, मिथुन और कर्क राशि पर चंद्र ग्रहण का प्रभाव

मेष राशि- साल का यह आखिरी चंद्र ग्रहण मेष राशि पर लग रहा है। मेष राशि के स्वामी ग्रह मंगल देव हैं। ऐसे में चंद्र ग्रहण इस राशि के जातकों के लिए कई तरह तरह की बाधाएं लेकर आ सकता है। मन में भय बना रहेगा।

वृषभ राशि- यह ग्रहण आपके लिए कुछ मुसीबतें लेकर आ सकता है। धन की हानि होने से आपकी आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है।

मिथुन राशि- मिथुन राशि के जातकों के लिए यह ग्रहण अच्छा रहने वाला है। कारोबार और नौकरी में अच्छी सूचना मिल सकती है।

कर्क राशि- इस राशि के जातकों को भी चंद्र ग्रहण का शुभ फल प्राप्त होगा। आपके लिए यह ग्रहण सौभाग्य में वृद्धि लेकर आ सकता है।

कार्तिक पूर्णिमा का महत्व और ग्रहण

शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा के दिन दीपदान को विशेष महत्व माना जाता है। इसी तिथि पर सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की जयंती भी मनाई जाती है। इसलिए इस दिन किसी पवित्र नदी,तालाब,मंदिर एवं खुले आकाश के नीचे दीप अवश्य जलाएं। ऐसा करने से आपको पुण्य फलों की प्राप्ति होगी। मां लक्ष्मी की प्रसन्नता के लिए तुलसी पूजन कर तुलसी के पौधे के नीचे दीपक अवश्य जलाएं। लेकिन इस बार ग्रहण के चलते दीपदान का पर्व एक दिन पहले मनाया गया।

चार ग्रहों से चंद्र-राहु का बनेगा सम सप्तक योग

चंद्र ग्रहण के समय चन्द्र-राहु का सूर्य-बुध-शुक्र-केतु से सम-सप्तक योग बनेगा। इसके प्रभाव से प्राकृतिक आपदा से जन-धन की हानि में तेजी आएगी। मंगलवार को दोपहर 2.39 बजे चंद्र ग्रहण शुरू होगा और सायं 6.19 बजे तक असर रहेगा।

खुली आंखों से देख सकते हैं चंद्र ग्रहण

अब से थोड़ी देर बाद चंद्र ग्रहण शुरू होने वाला है। भारत में चंद्र ग्रहण पूर्वोत्तर भागों में सबसे पहले और पूर्ण चंद्र ग्रहण दिखेगा फिर इसके बाद देश के बाकी हिस्सों में ग्रहण दिखाई देगा। सूर्य ग्रहण होने पर आप इसे खुली आंखों से नहीं देख सकते है लेकिन चंद्र ग्रहण को नंगी आंखों से देखा जा सकता है। ग्रहण खत्म होने के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।

2025 में दिखेगा अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण

भारत से अगला पूर्ण चंद्र ग्रहण 7 सितंबर, 2025 को नजर आएगा, हालांकि इससे पहले अक्टूबर 2023 में, भारत में एक छोटा आंशिक ग्रहण भी देखा जा सकता है।

भारत के अलावा इन जगहों पर भी दिखेगा ग्रहण

 चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण

देश के पूर्वी हिस्सों से ग्रहण की पूर्णावस्था एवं आंशिक अवस्था दोनों दिखाई देगी। यह ग्रहण दक्षिणी अमेरिका, उत्तरी अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, एशिया, उत्तर अटलांटिक महासागर तथा प्रशांत महासागर के क्षेत्रों में दिखाई देगा।

4 साल 10 महीने बाद ग्रहण लगा चंद्रमा आएगा नजर

आज भारत में जब चंद्रमा उदित होगा तो ग्रहण लगा हुआ ही चंद्रमा उदित होगा। इससे पहले ग्रहण लगा हुआ चंद्रमा 31 जनवरी 2018 को दिखा था। यानि 4 साल 10 महीने बाद भारत में ग्रहण लगा चंद्रमा उदित होगा।

चंद्र ग्रहण पर क्यों बंद होते हैं मंदिर के पट?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण से कुछ विशेष नियम जुड़े हुए हैं। इन मान्यताओं के अनुसार चंद्र ग्रहण के समय पूजा-पाठ करना, भगवान की मूर्तियों को स्पर्श करना वर्जित माना जाता है। इसीलिए इस दौरान मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाते हैं। वहीं घर में मौजूद पूजा स्थल पर परदे लगा दिए जाते हैं। पौराणिक मानीटर के अनुसार ग्रहण के दौर नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ जाता है और दैवीय शक्तियां क्षीण होने लगती हैं। इसीलिए इस दौरान मानसिक जाप करना उचित होता है। जिससे आप मानसिक रूप से सशक्त रह सकें।

यह भी पढ़ें : थरथर कांपा पाकिस्तान, जोधपुर एयरबेस पर युद्धाभ्यास, 13 राफेल, सुखोई, तेजस एक साथ गरजे