अभियान में कोई भी काश्तकार निराश होकर नहीं लौटे ऐसी तैयारी करें : राठौड़

प्रशासन गांवों के संग अभियान की तैयारी की समीक्षा बैठक

कोटा। जिला कलक्टर उज्ज्वल राठौड़ ने कहा कि प्रशासन गांवों के संग अभियान की अभी से तैयारी कर सभी अधिकारी इस प्रकार की कार्ययोजना तैयार करें कि काश्तकारों की समस्याओं की मौके पर निराकरण कर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिया जा सके।

जिला कलक्टर गुरूवार को कलेक्ट्रऊेट सभागार में आगामी अक्टूबर माह से प्रस्तावित प्रशासन गांवों के संग अभियान एवं ग्रामीण ऑलम्पिक व घर-घर औषधीय पौधे वितरण योजना की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान सरकार की मंशा के अनुरूप काश्तकारों की विभिन्न समस्याओं का आपसी समन्वय के साथ मौके पर निराकरण किया जाये। उन्होंने प्रत्येक शिविरवार किये जाने वाले कार्यों का लक्ष्य तय करते हुए कहा कि प्रत्येक राजस्व अधिकारी की रेंकिंग शिविरों की उपलब्धी के आधार पर तय की जायेगी।

उन्होंने कहा कि प्रत्येक ग्राम पंचायतवार किये जाने वाले कार्यों की अभी से तैयारी कर ग्राम पंचायत स्तर की समस्याओं को भी चिन्हित करें। उन्होंने नामांतकरण, राजस्व भूमि का बंटवारा, 251 के तहत रास्ते के प्रकरण, आबादी भूमि के प्रस्ताव, सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटवाने के प्रकरणों की ग्राम पंचायतवार तैयारी करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शिविर में आया हुआ नागरिक निराश होकर नहीं लौटे इसके लिए आवश्यक प्रमाण पत्र जारी करने के कार्य, राजस्व नकलें एवं पात्रता के आधार पर योजनाओं का लाभ दिये जाने के कार्य शिविर के दौरान ही किये जायें।

जिला कलक्टर ने ग्रामीण क्षेत्र में जन कल्याण के लिए संचालित सरकार की योजनाओं से संबंधित आवेदन पत्र के प्रारूप सभी विभागों से तैयार कर शिविर में ग्रामीणों को उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि पात्रजनों को मौके पर लाभान्वित करने का कार्य सुनिश्चित करने के लिए सभी विभाग अभी से संवाद बनाये रखकर लोगों को चिन्हित करें। अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन राजकुमार सिंह ने कहा कि प्रत्येक शिविर में दिए गए लक्ष्यों को पूरा करने के लिए पटवार मण्डलवार अधिकारियों की टीम बनाकर निस्तारण की कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि उपखण्ड अधिकारी एवं तहसीलदार नेतृत्व प्रदान करते हुए ग्राम पंचायतवार जनप्रतिनिधियों एवं स्थानीय कार्मिकों से संवाद कर अधिक से अधिक लोगों को लाभ प्रदान करने का कार्य करें।

हर घर पहुंचे औषधीय पौधे

जिला कलक्टर ने घर-घर औषधीय पौधे वितरण योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि ग्राम पंचायतवार हर घर में औषधीय पौधे पहुंचाने के लिए पंचायतीराज एवं राजस्व विभाग वन विभाग की नर्सरियों से पौधे प्राप्त कर वितरण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि नर्सरियों से पौधों का उठाव के साथ उनकी देखभाल के लिए भी लोगों को जागरूक कर पौधों का महत्व बतायें।

उप वन संरक्षक रवि कुमार मीना ने बताया कि जिले में 17 लाख औषधीय पौधे वितरित होंगे जिनमें अश्वगंधा, तुलसी, कालमेघ एवं गिलोय के पौधे आठ स्थानों पर नर्सरियों में तैयार किये गये हैं। सीईओ जिला परिषद ममता तिवाड़ी ने सभी विकास अधिकारियों को 15 दिवस में पौधे वितरण करवाने के निर्देश दिए।

ग्रामीण ऑलम्पिक नवम्बर में

जिला कलक्टर ने आगामी नवम्बर माह में प्रस्तावित ग्रामीण ऑलम्पिक खेलों की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि इसमें प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर 6 प्रकार के खेलों का आयोजन होगा जिसमें एक पंचायत से 112 खिलाड़ी तक भाग ले सकेंगे। उन्होंने पंचायत मुख्यालयों पर खेल मैदान की तैयारियां एवं आयोजन से संबंधित व्यवस्थाओं के लिए अधिकारियों को निर्देश प्रदान किए।

उन्होंने कहा कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं नागरिकों को इसमें भाग लेने के लिए प्रेरित करें। ऑनलाईन पंजीयन के माध्यम से कबड्डी, शूटिंग वॉलीबॉल, टेनिस बॉल, क्रिकेट, खो-खो, वॉलीबॉल एवं हॉकी प्रतियोगिताओं में भाग ले सकेंगे। जिला खेल अधिकारी अजीज पठान ने ग्रामीण ऑलम्पिक खेलों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

इस अवसर पर सीईओ जिला परिषद ममता तिवाड़ी, एडीएम सीलिंग एसएन आमेठा, उपखण्ड अधिकारी रामगंजमण्डी कनिष्क कटारिया, कोटा दीपक मित्तल, कनवास राजेश डागा, सांगोद अंजना सहरावत, इटावा रामावतार बरनाला, दीगोद पुष्पा हरवानी, डीएसओ गोवर्धन लाल मीणा सहित सभी विकास अधिकारी, तहसीलदार एवं संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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