
मालीवाल बदसलूकी: बिभव ने फोन का डाटा कराया था डिलीट
नई दिल्ली। राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल बदसलूकी मामले की जांच के लिए दिल्ली पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है। मंगलवार को बिभव को लेकर पुलिस मुबंई पहुंच गई। सूत्रों की मानें तो बिभव ने अपना मोबाइल अपने किसी जानकार के द्वारा मुबंई भेजकर उसका डाटा डिलीट करवाया है। फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर बिभव कुमार द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के एक हफ्ते बाद, मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआईटी) को सौंपी गई है। एसआईटी का नेतृत्व एडिशनल डीसीपी (नॉर्थ) अंजिता चेप्याला कर रही हैं।
मालीवाल बदसलूकी: बिभव को साथ ले जा कराया क्राइम सीन रीक्रिएट
इस बीच, बिभव कुमार को क्राइम सीन को रीक्रिएट करने के लिए मुख्यमंत्री आवास ले जाया गया, जबकि मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने कई स्टाफ सदस्यों के बयान भी दर्ज किये हैं। दिल्ली पुलिस शाम करीब 5 बजकर 45 मिनट पर बिभव को सीएम आवास पर ले गई थी।
आम आदमी पार्टी ने करोल बाग में चलाया सिग्नेचर कैंपेन
आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को करोल बाग मार्केट में ‘जेल का जवाब वोट सेÓ कैंपेन के तहत सिग्नेचर अभियान चलाया। एमसीडी की मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय के नेतृत्व में चलाए गए इस अभियान में पार्टी कार्यकर्ताओं ने लोगों को जागरूक किया। इस दौरान ‘आई सपोर्ट केजरीवालÓ लिखे बोर्ड पर लोगों ने हस्ताक्षर कर मुख्यमंत्री के समर्थन में संदेश लिखे।
पुरे देश से केजरीवाल को समर्थन: डॉ. शैली ओबेरॉय
डॉ. शैली ओबेरॉय ने कहा कि जिस तरह से भाजपा पूरे देश में तानाशाही चला रही है, आज जनता उसका जवाब देने के लिए तैयार है। जनता समझ चुकी है कि किस प्रकार से विपक्ष को खत्म किया जा रहा है। हमें जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है और लोग देश से तानाशाही का अंत करने जा रहे हैं।करोल बाग मार्केट में ‘आई सपोर्ट केजरीवालÓ का पोस्टर लगाया गया था, जिसपर बड़ी संख्या में लोगों ने अपने हस्ताक्षर किए और अरविंद केजरीवाल के नाम संदेश लिखकर अपना समर्थन जताया। कई समर्थन जेल का जवाब वोट से का ह्यूमन बैनर बनकर लोगों को जागरूक कर रहे थे।
लोगों ने लगाए नारे
इस दौरान मेयर डॉ. शैली ओबेरॉय ने भी पोस्टर पर हस्ताक्षर कर लोगों से अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने की अपील की। इस दौरान समर्थकों में भारी उत्साह देखने को मिला और उन्होंने जेल का जवाब वोट से और लड़ेंगे-जीतेंगे के जमकर नारे लगाए।
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