मारुति की गाडिय़ां जुलाई से हो जायेगी महंगी

maruti suzuki cars
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विभिन्न मॉडलों की कीमतों में कंपनी करने जा रही है बढ़ोतरी

नई दिल्ली । प्रमुख ऑटो निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा है कि वह जुलाई से अपनी कारों की कीमतों में वृद्धि करेगी। एक रेगुलेटरी फाइलिंग में, कंपनी ने कहा कि बढ़ती लागत की वजह से कीमतों में बढ़ोत्तरी करना जरूरी हो गया है।

कीमतों की बढ़ोत्तरी को लेकर मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने रेगुलेटरी फाइलिंग में लिखित जानकारी देते हुए कहा है कि पिछले एक साल में विभिन्न इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण कंपनी के वाहनों की लागत पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। इसलिए, कंपनी के लिए उपरोक्त अतिरिक्त लागत के कारण पडऩेे वाले प्रभाव को पारित करना अनिवार्य हो गया है।

यह मूल्य वृद्धि विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी, मूल्य वृद्धि की मात्रा को निर्दिष्ट किए बिना आगे जोड़ा गया है।
मूल्य वृद्धि की योजना दूसरी तिमाही में बनाई गई है और वृद्धि विभिन्न मॉडलों के लिए अलग-अलग होगी।

इससे पहले, ऑटो निर्माता ने विभिन्न इनपुट लागतों में वृद्धि के कारण अप्रैल में विभिन्न कार मॉडलों के लिए कीमतें बढ़ाई थीं। जनवरी में, कार निर्माता कंपनी ने इनपुट लागत में वृद्धि का हवाला दिया था और कुछ कार मॉडलों की कीमतों में वृद्धि की थी। मॉडल और रेंज के आधार पर कीमतों में 34,000 तक की बढ़ोतरी की गई थी।

एमएसआई एंट्री-लेवल हैचबैक ऑल्टो से लेकर एस-क्रॉस तक कई मॉडल बेचती है, जिनकी कीमत क्रमश: 2.99 लाख और 12.39 (एक्स-शोरूम कीमत दिल्ली) लाख के बीच है। इस बीच, विभिन्न राज्यों में कोविड -19 की स्थिति काबू में आने के बाद देश की प्रमुख ऑटोमोबाइल कंपनियों ने बैकलॉग को दूर करने के लिए उत्पादन को सामान्य स्तर तक बढ़ाने के लिए कदम उठाए हैं।

ऑटो फर्म, जिन्हें लॉकडाउन और कफ्र्यू के कारण अस्थायी रूप से शट डाउन करने के लिए मजबूर होना पड़ा था, उम्मीद है कि राज्यों में डीलरशिप के खुलने से व्यावसायिक गतिविधियां आगे बढ़ेगी।
देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया के एक प्रवक्ता ने कहा कि उसके संयंत्रों में परिचालन सावधानी और संशोधित सुरक्षा प्रोटोकॉल के साथ फिर से शुरू हो गया है।

ऑटो प्रमुख ने कहा, हम सावधानी से उत्पादन बढ़ा रहे हैं। इस बीच, हम सभी कर्मचारियों और परिवारों को प्राथमिकता पर टीकाकरण करना जारी रखते हैं। 36,000 से अधिक कर्मचारियों का पहले ही वैक्सीनेशन किया जा चुका है।