मारवाड़ के छात्र ने बिना पैसे खर्च किए बना दिया एटीएम

एटीएम

नोटों के साथ सिक्के भी निकलते हैं

बाड़मेर। जिले के शिव के रहने वाले एक छात्र ने घर में पड़े बेकार सामान से पैसे निकालने की मशीन यानी एटीएम बना डाला है। इस मशीन की खास बात यह है कि ये नोटों के साथ सिक्के भी निकालती है। इस वजन मात्र दो किग्रा है। छात्र ने मशीन को बनाने में एक भी पैसा खर्च नहीं किया है। यह मिनिएचर एटीएम जिला और स्टेट लेवल पर शो-केस हुआ है। अब इसे नेशनल लेवल पर प्रजेंट किया जाएगा। दरअसल, बाड़मेर के शिव के रहने वाले भरत जोगल (10) को बचपन से मशीनें बनाना का शौक है। कच्चे घर में बेहद साधारण किसान का यहां जन्में भरत ने इससे पहले भी स्कूल प्रोजेक्ट में कई तरह की मशीनें बनाई हैं। भरत ने यह मशीन केंद्र सरकार की इंस्पायर अवार्ड मानक योजना के तहत बनाई है।


केंद्र सरकार की इस स्कीम में वर्ष 2020 में गर्वनमेंट हायर सीनियर सेकेंडरी स्कूल के पांच बच्चों का चयन किया गया था, लेकिन कोरोना के कारण यह कॉम्पिटिशन रुक गया। इसके बाद इस साल प्रोसेस वापस स्टार्ट होने के बाद भरत की बनाई मशीन का सिलेक्शन पहले स्टेट और अब नेशनल लेवल के लिए हुआ है।

दो साल पहले बनाई थी मशीन

एटीएम

भरत ने बताया- बचपन से मशीनों का शौक रहा है। जब गांव में कुछ नया होता तो मैं उसको देखता था। घर पर बेकार पड़े सामान से बनाने की कोशिश करता था। 2020 में एटीएम मशीन प्रोजेक्ट के लिए बनाई थी। उस समय 8वीं क्लास में पढ़ता था। अब स्कीम के तहत मेरा चयन नेशनल लेवल पर हुआ है।

भाई मजदूरी करते हैं

भरत जोगल के पिता दाऊराम किसान और माता नेमीदेवी देवी गृहणी है। स्टूडेंट के दो भाई खेराज (22) मूलाराम (19) बहन दमयंती (16) है। दोनों भाई मजदूरी करते है। वहीं, बहन 12वीं क्लास में पढ़ती है। पूरा परिवार आज भी झोपड़ी नुमा घर में रहता है।
हड़वा सीनियर सेकेंडरी स्कूल के प्रिसिंपल कमल किशोर कुमावत के मुताबिक भारत सरकार की स्कीम के तहत साल 2020 में भरत ने एक ऑटोमैटिक एटीएम मशीन बनाई थी। मशीन में नोटों के लेन-देन के साथ सिक्के भी निकाले जा सकते हैं। यह एटीएम पूर्णरूप से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर काम करता है।
मशीन में अलग-अलग बॉक्स बने हुए हैं

Bharat

टीचर हाथीसिंह का कहना है कि इस एटीएम मशीन में 1, 2 व 10 के सिक्के के अलग-अलग बॉक्स बने हुए हैंं। एटीएम में सिक्के ऊपर से डालते हैं। सिक्के 1, 2 व 10 अलग-अलग बॉक्स में चले जाते हैं। फिर इसके बाद एटीएम से सिक्के निकल जाते हैं।

यह भी पढ़ें : राजस्थान में 12 अगस्त को सुबह 10:15 बजे सभी बच्चे एक साथ करेंगे देशभक्ति गीतों का गायन