स्टुअर्ट ब्रॉड पर मैच रेफरी ने लगाया मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना

ब्रॉड ने अपनी गलती मान ली थी, जिसके बाद इस मामले में औपचारिक सुनवाई नहीं हुई

मैनचेस्टर। इंग्लैंड के तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड पर मैच रेफरी और उनके पिता क्रिस ब्रॉड ने मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया। वे पिता से सजा पाने वाले पहले क्रिकेटर बने। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में स्पिनर यासिर शाह को आउट करने के बाद उनके खिलाफ अनुचित भाषा का इस्तेमाल किया था। यह घटना पाकिस्तान की दूसरी पारी के 46वें ओवर की है। फील्ड अंपायर रिचर्ड केटलब्रो और रिचर्ड इलिंगवर्थ, थर्ड अंपायर माइकल गॉफ और फोर्थ अंपायर स्टीव ओहैगुनेस ने ब्रॉड पर यह आरोप लगाया था, जिसे उन्होंने मान लिया। इसके बाद इस मामले में औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।

ब्रॉड ने खाते में 24 महीने के भीतर तीसरी बार डिमेरिट अंक जुड़े

इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल(आईसीसी) की तरफ से जारी बयान के मुताबिक, ब्रॉड को आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट की धारा 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो इंटरनेशनल मैच में अनुचित भाषा, गलत हरकत से जुड़ी है। इसके साथ ही ब्रॉड के रिकॉर्ड में एक डिमेरिट पॉइंट जोड़ दिया गया। यह 24 महीने में उनका तीसरा अपराध है और उनके खाते में कुल तीन डिमेरिट अंक हो गए हैं। इससे पहले ब्रॉड ने 27 जनवरी 2020 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चौथे टेस्ट (वांडरर्स) में और 19 अगस्त 2018 को भारत के खिलाफ तीसरे टेस्ट (ट्रेंट ब्रिज) में नियमों का उल्लंघन किया था।

लेवल-1 के उल्लंघन पर 50 फीसदी तक मैच फीस कट सकती

आईसीसी के नियमों के मुताबिक, लेवल 1 के उल्लंघन पर कम से कम आधिकारिक फटकार, अधिकतम मैच फीस का 50 फीसदी जुर्माना और संबंधित खिलाड़ी के खाते में एक या दो डिमेरिट अंक जोड़े जाते हैं। ब्रॉड ने पिछले महीने ही अपने टेस्ट करियर में 500 विकेट पूरे किए हैं। यह उपलब्धि हासिल करने वाले वे दुनिया के 7वें और इंग्लैंड के दूसरे गेंदबाज हैं।