कृष्णा के स्वागत में सजा मथुरा

जन्माष्टमी
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बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, इस जन्माष्टमी पर बन रहा खास संयोग

इस विधि-विधान से करें पूजा

मथुरा। भगवान श्रीकृष्ण का जन्मदिन मनाने के लिए पूरा मथुरा सहित पूरा ब्रज सजकर तैयार हो गया है। प्रत्येक तिराहे और चौराहे को दुल्हन की तरह सजाया गया है, तो वहीं रंग-बिरंगी रोशनी में नहाए कृष्ण के धामों से अलौकिक छटा बिखर रही है। कृष्ण नगरी के प्रवेश मार्ग उल्लास का अहसास करा रहे हैं। बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां पहुंच रहे हैं। यह भगवान श्रीकृष्ण का 5249वां जन्मोत्सव होगा। यानि ब्रज के लाडले कृष्ण कन्हाई इस बार 5248 वर्ष के हो गए हैं। भगवान कृष्ण के 5249वें वर्ष में प्रवेश करने पर जन्मोत्सव की तैयारियां व्यापक स्तर पर की जा रही हैं। ब्रज भूमि सज संवर रही है। कन्हैया के जन्मोत्सव के साक्षी बनने के लिए देश-विदेश से मथुरा आ रहे भक्तों को प्रसादी की व्यवस्था में ब्रजवासी जुटे हैं। लोगों में अद्भुत उत्साह बना हुआ है।

आज मनेगी महाजन्माष्टमी

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इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को उच्च राशि के चंद्रमा में मनाई जाएगी। जन्माष्टमी की पूजा खासकर मथुरा, वृंदावन और द्वारिका में विधि-विधान से की जाती हैं। मान्यताओं के अनुसार इसी दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था। हिंदू धर्म में इस दिन भगवान श्री कृष्ण के बाल गोपाल स्वरूप की पूजा की जाती है। हर साल भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की अष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म दिवस जन्माष्टमी पर्व मनाया जाता है।

जन्माष्टमी पूजन विधि

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जन्माष्ठमी के दिन प्रात: जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत होकर स्वच्छ वस्त्र धारण करें। इसके बाद पूर्व या उत्तर की ओर मुख करके व्रत का संकल्प लें। माता देवकी और भगवान श्री कृष्ण की मूर्ति या चित्र पालने में स्थापित करें। पूजन में देवकी, वासुदेव, बलदेव, नन्द, यशोदा आदि देवताओं के नाम जपें। रात्रि में 12 बजे के बाद श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाएं। पंचामृत से अभिषेक कराकर भगवान को नए वस्त्र अर्पित करें एवं लड्डू गोपाल को झूला झुलाएं। पंचामृत में तुलसी डालकर माखन-मिश्री व धनिये की पंजीरी का भोग लगाएं तत्पश्चात आरती करके प्रसाद को भक्तजनों में वितरित करें।

सीएम योगी करेंगे अन्नपूर्णा भोजनालय की शुरुआत

बताया जा रहा है कि 19 अगस्त को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपने हाथ से भोजनालय में मौजूद संतों और श्रद्धालुओं को भोजन परोसकर इसकी शुरुआत करेंगे। अन्नपूर्णा भोजनालय के संचालन की जिम्मेदारी मंगलमय न्यास को दी गई है। न्यास के अध्यक्ष संत विजय कौशल महाराज की देखरेख में भोजनालय का संचालन होगा।

दो मंजिला बनकर तैयार अन्नपूर्णा भोजनालय

बताया जा रहा है कि पांच करोड़ की लागत से वातानुकूलित अन्नपूर्णा भोजनालय दो मंजिला बनकर तैयार है। इस भोजनालय में एक साथ 600 लोग भोजन कर सकते हैं। दिनभर में करीब 5 हजार यात्रियों को भोजन करवाने की व्यवस्था की गई है। रसोई में रोटी बनाने के लिए आधुनिक मशीन लगाई गई है। जो एक घंटे में तीन हजार रोटियां तैयार करेगी।

तैयारियों में जुटा प्रशासन

उत्तर प्रदेश तीर्थ विकास परिषद द्वारा वृंदावन के जयपुर मंदिर के समीप नवनिर्मित अन्नपूर्णा भोजनालय का लोकार्पण श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। 19 अगस्त को आयोजित होने वाले इस समारोह के लिए प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां जोरों पर हैं। समारोह में योग गुरु बाबा रामदेव और आचार्य बाल कृष्ण के अलावा साध्वी ऋतंभरा, राम कथा प्रवक्ता संत विजय कौशल महाराज के साथ प्रदेश के कई केबिनेट मंत्री भी शामिल होंगे।

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