जोधपुर । अरुणाचल प्रदेश सरकार की ओर से आगामी 03 नवम्बर से 05 नवम्बर 2022 तक राष्ट्रीय स्तर पर ‘त्रिदिवसीय अरुणाचल साहित्य उत्सव ‘ आयोजित किया जा रहा है। नामसाई में आयोजित होने जा रहे इस चौथे साहित्योत्सव में देश-दुनिया के लगभग 100 से अधिक साहित्यकार हिस्सा लेंगे। जोधपुर से हिन्दी और राजस्थानी के जाने-माने कवि, अनुवादक, आलोचक मीठेश निर्मोही को आमंत्रित किया गया है।
आप वहां अपनी कविताओं का पाठ करेंगे तथा साहित्यिक चर्चाओं में हिस्सादारी निभायेंगे। समारोह के निदेशक ऑनयोक पेरतीन के अनुसार अरुणाचल प्रदेश की ‘नाओ दिहिंग ‘ नदी के समीप स्थित नामसाई नगर में आयोज्य इस साहित्य उत्सव के विभिन्न सत्रों में लेखक से भेंट, कविता और कहानी पाठ तथा कुछ सत्रों में बाल साहित्य पर भी विमर्श किया जाएगा। साहित्य महोत्सव में लेखकों की कृतियों का लोकार्पण भी किया जाएगा। इस अवसर पर पुस्तक प्रदर्शनी का आयोजन भी किया जाएगा।
मीठेश निर्मोही 01 नवम्बर को जोधपुर से वाया दिल्ली से डिब्रुगढ़ फ्लाइट से रवाना हो गये हैं वहां से कार से नामसाई पहुंचेंगे तथा 08 नवम्बर को उनकी वापसी होगी ।ज्ञातव्य रहे कि राज्य,राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लगभग डेढ़ दर्जन पुरस्कारों – सम्मानों से समादृत मीठेश निर्मोही को पिछले दिनों राजस्थानी कविता संग्रह ‘मुगती के लिए राष्ट्रीय्र स्तर पर प्रतिष्ठित एक लाख ग्यारह हजार एक सौ एक रुपये का मातुश्री कमला गोइंका राजस्थानी पुरस्कार तथा एक लाख रुपये का केन्द्रीय साहित्य अकादमी, नई दिल्ली प्रदत्त प्रतिष्ठित साहित्य अकादेमी पुरस्कार से समादृत किया गया । ‘चेहरों की तख्तियों पर, ‘चिडिय़ा भर शब्द , ‘आपै रै ओळै – दोळै और ‘शब्द की संगत’ कविता संग्रहों सहित आपके द्वारा संपादित कई संकलन तथा कहानी संग्रह ‘अमावस , एकम अर चाँद ‘ प्रकाशित हो चुके हैं । साहित्यकार मीठेश निर्मोही राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित कई साहित्यिक उत्सवों में भागीदारी निभा चुके हैं।