मानसिक बीमारी व्यक्ति के महसूस करने और काम के तरीके को प्रभावित करती हैं

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया

डूंगरपुर। आजादी के अमृत महोत्सव के क्रम में राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा पेन इंडिया अवेयरनेस एवं आउटरीच कैंपेन व विधिक सेवा सप्ताह के लिए विशेष जागरूकता व आउटरीच कार्यक्रम हो रहे हैं। इसके तहत पुलिस लाइन डूंगरपुर में शिविर हुआ।

इस अवसर पर सीएमएचओ राजेश शर्मा, जिला नोडल अधिकारी एनएमएपी डॉ अमृत गोसाई, डीएसपी मनोज सामरीया उपस्थित रहे। इस अवसर पर डॉ अमृत गोसाई ने बताया कि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पहली बार वर्ष 1992 में मनाया गया था।

वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (विश्व स्वास्थ्य संगठन) और वर्ल्ड फेडरेशन ऑफ मेंटल हेल्थ (विश्व मानसिक स्वास्थ्य महासंघ) द्वारा मानसिक बीमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने और अपने मन का निरीक्षण करके अपने अंदर की कमियों व मानसिक विचारों को सक्रिय रूप से पहचानने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 10 अक्टूबर को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है। मानसिक बीमारी व्यक्ति के महसूस करने, सोचने एवं काम करने के तरीके को प्रभावित करती हैं।

यह रोग व्यक्ति के मन, स्वभाव, ध्यान, सामंजस्य एवं बातचीत करने की क्षमता में समस्या पैदा करता हैं। अंतत: व्यक्ति असामान्य व्यवहार का शिकार हो जाता है। उसे दैनिक जीवन के कार्यकलापों के लिए भी संघर्ष करना पड़ता हैं।

ेइससे बचने के लिए उन्होंने मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के उपायों के बारे में बताए हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति सकारात्मक रहे और अपने काम एवं जीवन में संतुलन बना कर रखने, सक्रिय और मनोरंजक गतिविधियों में खुद को व्यस्त रहने, योग व ध्यान करने, तंबाकू, शराब ओर नशीले पदार्थों से दूर रहने, अपने चाहने वाले मित्रों एवं परिवारजनों के साथ रहने तथा अपनी भावनाओं को उनके साथ साझा करने तथा पर्याप्त नींद लेने की सलाह दी। इस जागरूकता कार्यक्रम द्वारा आत्महत्या रोकथाम पर जोर दिया गया।

यह भी पढ़े-दुख का निवारण अपने स्तर पर करें तभी उसे दूर कर पाओगे : अर्हमश्री