5 साल बाद बिना बारिश के निकलेगी आधी जनवरी
जयपुर। राजस्थान में पारा माइनस में पहुंच चुका है। सर्दी रोज नए रिकॉर्ड बना रही है। देर रात चूरू और फतेहपुर में पारा माइनस में रिकॉर्ड हुआ। अब कुछ दिन पारा बढ़ेगा, फिर मकर संक्रांति से तापमान फिर माइनस में जा सकता है। दरअसल, कुछ दिन बनने के बाद वेस्टर्न डिस्र्टबेंस के कारण पहाड़ों में बर्फबारी होने के आसार बन रहे हैं। बर्फबारी के बाद बर्फीली हवा पहाड़ी इलाकों से होते हुए राजस्थान आएगी, इससे तापमान में भारी गिरावट होगी।
वहीं, रबी की फसल के लिए मावठ का इंतजार कर रहे किसानों को अभी इंतजार करना पड़ सकता है। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 15 जनवरी तक बारिश या बूंदाबांदी के कोई आसार नहीं है। 5 साल बाद ऐसा होगा, जब आधी जनवरी बिना बारिश के निकल जाएगी। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक 8-9 और 11-12 जनवरी को वेस्टर्न डिस्र्टबेंस का असर उत्तरी भारत में रहेगा। इससे मैदानों से आने वाली हवा रुकेगी और तापमान बढऩे लगेगा। जयपुर समेत कई शहरों में रात का न्यूनतम तापमान 3-4 डिग्री सेल्सियस तक बढ़ सकता है। गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू, झुुंझुनूं, अलवर बेल्ट में घने कोहरे से लोगों को राहत मिलेगी। इधर चूरू, सीकर, टोंक, धौलपुर, करौली, भरतपुर समेत अन्य शहरों में शीतलहर से भी राहत मिल सकती है।
धूप निकलने से मिली राहत, तापमान बढ़ा
पिछले कुछ दिनों से लगातार घने कोहरे, शीतलहर से जो कोल्ड-डे की स्थिति बनी हुई थी। इससे शनिवार को लोगों को काफी राहत मिली है। कोटा, बूंदी, बारां में शुक्रवार को दिन का तापमान जो 15 से 18 डिग्री सेल्सियस के आसपास था, वह शनिवार को बढ़कर 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया। गंगानगर, हनुमानगढ़ में भी दिन के तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस तक का इजाफा हुआ और धूप निकलने से लोगों को राहत मिली। जालौर, डूंगरपुर, जोधपुर, उदयपुर, चितौडग़ढ़ में शनिवार को अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से ऊपर दर्ज हुआ।
14 जनवरी तक बारिश के कोई आसार नहीं
मौसम विभाग के मुताबिक 8-9 और 11-12 जनवरी को जो वेस्टर्न डिस्र्टबेंस आएंगे, उसका असर राजस्थान के उत्तरी हिस्सों में आंशिक रूप से देखने को मिल सकता है। हालांकि इन एरिया में बारिश या बूंदाबांदी होने के आसार कम ही हैं। बारिश नहीं होने से रबी की फसल के प्रभावित होने के आसार है।