मौसम विभाग का पूर्वानुमान: अप्रैल से जून तक तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना

जयपुर। इस साल अप्रैल से जून तक तापमान सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है। मौसम विभाग की ओर से जारी किया गया पूर्वानुमान ऐसे ही संकेत दे रहा है। अनुमान है कि इस बार इन तीन महीनों में बहुत तेज गर्मी पड़ेगी। पिछले एक दशक के दौरान राजस्थान में साल 2019 सबसे गर्म रहा था। इस साल चूरू, श्रीगंगानगर में रिकॉर्ड तोड़ गर्मी पड़ी थी। चूरू में 1 जून 2019 में पारा 50.8 डिग्री तक पहुंचा था, जो चूरू का अब तक का सबसे गर्म दिन था। इस बार मार्च में जो गर्मी का ट्रेंड रहा है उसे देखकर विशेषज्ञ अनुमान जता रहे है कि इस बार गर्मी बहुत तेज पड़ेगी। राजस्थान में बीते बारह साल में पहली बार मार्च सबसे गर्म रहा है। पिछले महीने राज्य के अधिकांश शहरों में दिन का पारा सामान्य से 5 से 7 डिग्री सेल्सियस ऊपर ही रहा।

आम तौर पर होली के बाद गर्मी के तेवर तेज होने लगते है, लेकिन इस बार 15 मार्च से पहले ही सीमावर्ती शहरों में पारा 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। मौसम विशेषज्ञ इसके पीछे कारण पश्चिमी गर्म हवाओं का समय से पहले आना मान रहे है। तेज गर्मी के पीछे एक बड़ा कारण बैक टू बैक बने एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम को भी माना जा रहा है।

इसकी वजह से राजस्थान समेत पश्चिमी व मध्य भारत के राज्यों में तापमान बढ़ा है। जयपुर मौसम केन्द्र के निदेशक राधेश्याम शर्मा का कहना है कि इस बार मार्च में समय से पहले गर्मी आ गई। 15 से 20 मार्च और फिर मार्च के अंतिम सप्ताह में बैक टू बैक एंटी साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम बने, जिसका असर राजस्थान, गुजरात के अलावा महाराष्ट्र और पश्चिमी मध्य प्रदेश में रहा। इस सिस्टम के दौरान वायुमंडल में पश्चिमी हवाएं भी प्रभावी रही। इस सिस्टम से बनी दबाव की स्थिति के कारण तापमान में बढ़ोतरी हुई। यही कारण रहा कि इस बार कई अधिकांश शहरों में दिन का तापमान सामान्य से 5 से 7 डिग्री सेल्सियस तक ऊपर बना रहा। मार्च के महीने में गर्मी के तेवर आखिरी सप्ताह में तेज होते है। पिछले 12 साल में पहली बार बाड़मेर, जैसलमेर समेत नौ शहरों में दिन का अधिकतम तापमान 40 या उससे ऊपर रहा।