आधी रात सीएम गहलोत का कोरोना पर मंथन

  • गहलोत बोले— कोरोना की दूसरी लहर कारे कंट्रोल करने सरकार और कड़े कदम उठा सकती है, सभी लोगों को इसमें सहयोग करना होगा
  • ज्यादा मामले होने पर रात आठ बजे से नाइट कफ्र्यू लगाने के अधिकार कलेक्टरों को

कोरोना के राजस्थान में रोज बढ़ रहे मामलों के बाद राजस्थान सरकार और सख्ती कर सकती है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने फिर चेताया है कि कोरोना की दूसरी लहर को नियंत्रित करने के लिए सरकार और अधिक कड़े कदम उठा सकती है और सभी लोगों को इसमें सहयोग करना पडे़गा।

कोरोना के रिकॉर्ड मामले सामने आने के बाद सीएम अशोक गहलोत ने आधी रात तक कारेाना कोर ग्रुप, डॉक्टरों और जिलों के कलेक्टर्स और एसपी के साथ ओपन बैठक की। सवा दो घंटे चली लाइव वर्चुअल बैठक मेंं मुख्यमंत्री ने कोरोना रोकथाम पर अफसरों और डॉक्टर्स के सुझाव लिए।

गहलोत ने अफसरों से कहा कि राजस्थान में एक दिन में 2429 कोरोना पॉजिटिव केसेज आना और देश में आंकड़े का एक लाख को पार कर जाना बहुत चिंताजनक है। प्रदेश में एक ही दिन में संक्रमित रोगियों की संख्या में 40 प्रतिशत की बढ़ोतरी के ये आंकड़े डरावने हैं। इनमें और भी बढ़ोतरी हो सकती है।

मुख्यमंत्री ने सख्ती बढ़ाने के संकेत दिए हैं। जहां भी कोरोना के केस ज्यादा मिलेंगे वहां पर नाइट कफ्र्यू रात आठ बजे से ही लगाने को कहा है। जोधपुर में इसकी शुरुआत हो चुकी है। गहलोत ने पुलिस और प्रशायसन के अफसरों को कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन करवाने के लिए कहा है।

सार्वजनिक जगहों पर मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग नहीं बरतने पर जुर्माने के साथ साथ दुकान या प्रतिष्ठान को 3 दिन के लिए सीज किया जाएगा। गहलोत ने कहा, कोरोना वायरस से संक्रमण के मुकाबले की भावना से काम करते हुए हमें सख्ती के साथ-साथ प्यार और समझाइश से जन अभियान की तर्ज पर हैल्थ प्रोटोकॉल की पालना करवानी है। चिकित्सा विभाग के अधिकारियों से सैम्पलिंग और ट्रीटमेंट के लिए मौजूदा से 10 गुना अधिक संसाधन की तैयारी रखने को कहा है।

सभी जिलों में ज्वाइंट एन्फोर्समेंट टीमों का गठन

सार्वजनिक जगहों पर कोरोना गाइडलाइन का उल्ल्ंघन करने वालों पर निगाह रखने और जुर्माना लगाने के लिए प्रदेश भर में ज्वाइंट एन्फोर्समेंट टीमों का गठन किया है। गृह विभाग के प्रमुख सचिव अभय कुमार ने बताया कि सभी जिलों में ज्वाइंट एन्फोर्समेंट टीमों का गठन किया गया है। ज्यादा पॉजिटिव केसेज वाले क्षेत्रों को माइक्रो कंटेनमेंट जोन के रूप में चिन्हित किया गया है। वैक्सीनेशन और कोविड प्रोटोकॉल की पालना की समझाइश के लिए बीएलओ के नेतृत्व में लगभग 3 हजार टीमें बनाई गई हैं।

रोज 50 हजार सैंपल, केस दोगुना होने की रफ्तार 200 दिन से कम

चिकित्सा और स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि प्रदेश में रोजाना सैम्पलिंग को बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है। प्रदेश में एक्टिव केसेज की संख्या 15 हजार से अधिक हो गई है। केसेज के दुगुना होने की दर 200 दिन से कम रह गई है, ऐसे में रूथलेस कंटेनमेंट की आवश्यकता है। 60 बेड क्षमता वाले अस्पतालों में 25 प्रतिशत बेड कोविड रोगियों के लिए आरक्षित करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

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