मंकीपॉक्स सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित, जानें कैसे?

मंकीपॉक्स

दुनिया में मंकीपॉक्स के लगभग 17 हजार मामले

जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने दुनिया के कई देशों में पैर पसार चुके मंकीपॉक्स की बीमारी को स्वास्थ्य आपातकाल घोषित कर दिया है। मंकीपॉक्स अब तक 80 देशों में फैल चुका है। भारत में अब तक मंकीपॉक्स के 3 मामले सामने आए हैं। उधर अमेरिका में पहली बार दो बच्चों में यह संक्रमण पाया गया है। हेल्थ एजेंसी सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के मुताबिक एक बच्चा कैलिफोर्निया का है, वहीं दूसरा बच्चा नवजात है और अमेरिका का निवासी नहीं है। स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि दोनों बच्चों की हालत स्थिर है। इलाज के लिए उन्हें एंटीवायरल दवा टेकोविरिमैट दी गई है। सीडीसी के अनुसार यह दवा 8 साल से छोटे बच्चों को दी जानी चाहिए, क्योंकि उन्हें गंभीर संक्रमण का खतरा होता है। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अधनोम घेब्रेसियस ने कहा कि वैश्विक मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता का एक सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व करता है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा, ‘एक महीने पहले मैंने यह आकलन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियमों के तहत आपातकालीन समिति बुलाई थी कि क्या बहु-देशीय मंकीपॉक्स का प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व करता है। उस बैठक में अलग-अलग विचार सामने आए थे। समिति ने सर्वसम्मति से माना कि प्रकोप अंतरराष्ट्रीय चिंता के सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। उस समय 47 देशों से मंकीपॉक्स के 3040 मामले सामने आए थे। तबसे इसका प्रकोप लगातार बढ़ रहा है और अब 80 देशों में फैल चुका है।

भारत में मंकीपॉक्स के अब तक तीन मामले

भारत में अब तक मंकीपॉक्स के तीन मामले सामने आ चुके हैं। हाल ही केरल में मंकीपॉक्स का तीसरा मामला सामने आया था। जुलाई की शुरुआत में संयुक्त  अरब अमीरात (यूएई) से लौटे एक 35 वर्षीय युवक में मंकीपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीणा जॉर्ज ने बताया था कि मलप्पुरम का रहने वाला युवक छह जुलाई को अपने गृह राज्य लौटा था और उसे 13 जुलाई से बुखार है। युवक का इलाज तिरुवनंतपुरम के मंजेरी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। इससे पहले भारत में मंकीपॉक्स का दूसरा मामला केरल के कन्नूर जिले में दर्ज किया गया था। 13 जुलाई को दुबई से कन्नूर लौटे शख्स में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। उसका इलाज तिरुवनंतपुरम के परियारम मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। वहीं, पहला मरीज भी केरल में ही मिला था। 12 जुलाई को यूएई से कोल्लम पहुंचे व्यक्ति में संक्रमण के लक्षण दिखे थे।

यूरोप में सबसे ज्यादा लोग संक्रमित

मंकीपोक्समीटर.कॉम के डेटा के मुताबिक भारत समेत 79 देशों में 16,886 मरीजों में मंकीपॉक्स की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से यूरोप में सबसे ज्यादा 11,985 लोग मंकीपॉक्स की चपेट में आए हैं। वहीं बीमारी से ग्रस्त टॉप 10 देशों में ब्रिटेन, स्पेन, अमेरिका, जर्मनी, फ्रांस, पुर्तगाल, कनाडा, नीदरलैंड्स, इटली और बेल्जियम शामिल हैं। मंकीपॉक्स से इस साल तीन लोगों की मौत हो चुकी है।

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