1100 से अधिक प्रकरण निबटाए, पारिवारिक मामले सुलझने के बाद एक हुए पति-पत्नी

झालावाड़। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशानुसार सम्पूर्ण झालावाड़ न्याय क्षेत्र में अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अतुल कुमार सक्सेना के मार्गदर्शन में राजीनामा योग्य आपराधिक प्रकरण, 138 एनआई एक्ट प्रकरण, धन वसूली से संबंधित प्रकरण, मोटर वाहन दुर्घटना प्रकरण, पारिवारिक विवादों से संबंधित प्रकरणों की राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया।

अतुल कुमार सक्सेना ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों में लम्बित लगभग 1100 प्रकरणों का निस्तारण किया गया। इसके अतिरिक्त प्री-लिटिगेशन स्तर पर भी विभिन्न बैंकों, बीएसएनएल एवं अन्य विभागों के प्रकरण निस्तारित किए गए। उक्त राष्ट्रीय लोक अदालत के माध्यम से पारिवारिक मामलों का भी निस्तारण हुआ, जिसमें पति-पत्नी के बीच लम्बे समय से चले आ रहे विवाद समाप्त हुए और वे पुन: साथ रहने को तैयार हुए।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव लोकेश कुमार शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में 138 एनआई एक्ट एवं मोटर वाहन दुर्घटना दावा अधिकरण में लम्बित प्रकरणों के निस्तार पर जोर देकर उक्त प्रकरणों की तामीलों के लिए पुलिस विभाग द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को नोडल अधिकारी नियुक्त कर न्यायालयों द्वारा जारी की गई तामीलों को शत-प्रतिशत तामील करवाने का प्रयास किया गया। इसके फलस्वरूप मोटर वाहन दुर्घटना दावा के 52 एवं 138 एनआई एक्ट के 150 प्रकरणों का निस्तारण संभव हुआ। झालरापाटन स्थित न्यायालयों हेतु बनाई गई लोक अदालत बैंच के समक्ष पति-पत्नी के मध्य मारपीट होने का प्रकरण रखा गया जिसमें दोनों के मध्य समझाइश की गई। जिसके परिणामस्वरुप उन्होंने न्यायालय परिसर में ही एक-दूसरे को माला पहनाकर साथ रहने पर सहमति जाहिर की।

231 प्रकरणों का निस्तारण किया

अकलेरा। रालसा एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार तालुका विधिक सेवा समिति अकलेरा एवं मनोहरथाना मुख्यालय पर दूसरी राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया। जिसमें सभी प्रकृति के लंबित एवं प्री लिटिगेशन विवादों के कुल 231 प्रकरणों का निस्तारण हुआ। कनिष्ठ सहायक विनोद कुमार गौड़ ने बताया कि राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायालयों में लंबित एमएसीटी के 15 प्रकरण अवार्ड राशि 4448000 रुपए, आपराधिक प्रकृति के 145 प्रकरण, 138 एनआई एक्ट के 7 प्रकरण अवार्ड राशि 843400 रुपए, पारिवारिक विवाद संबंधी 45 प्रकरण, अन्य सिविल मामलों के 7 प्रकरणों का निपटारा हुआ वहीं प्री-लिटिगेशन स्तर के 12 प्रकरण में समझौता राशि 172197 रुपए के समझौते करवाए गए। मनोहरथाना बैंच ने सर्वाधिक 96 प्रकरणों निस्तारण किया।

मनोहरथाना। ताल्लुका विधिक सेवा समिति के तत्वाधान में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया। जिसमें अध्यक्ष एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट सतीश कुमार गर्ग आरजेएस एवं सदस्य अधिवक्ता मौजूद रहे। न्यायालय में चल रहे फौजदारी के 54, वैवाहिक विवाद के 32, अन्य 4 मामलों के साथ चैक अनादरण के 6 प्रकरणों में 4 लाख 46 हजार जरिए राजीनामा करवाकर निस्तारण करवाया गया।

विवाद सुलझने के बाद पति-पत्नी साथ रहने को हुए राजी

भवानीमंडी। अपर जिला सेशन न्यायाधीश एवं तालुका विधिक सेवा समिति अध्यक्ष शिवचरण मीणा के निर्देशन में भवानीमंडी में शनिवार को राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया। इसमें राजीनामा योग्य प्रकरणों का निस्तारण किया। लोक अदालत के माध्यम से एडीजे कोर्ट के पारिवारिक प्रकरण जिसमें मोना योगी पत्नी हरीश योगी निवासी श्रीराम कॉलोनी भवानीमंडी दोनों में मतभेद हो जाने के कारण उनके द्वारा एडीजे कोर्ट में विवाह विच्छेद हेतु 2019 में याचिका प्रस्तुत की थी, जो साक्ष्य प्रार्थी में चल रही थी। दोनों को लोक अदालत में तलब किया गया। समझाइश की गई। इसके बाद वे दोनों साथ रहने के लिए तैयार हो गए।

एक और प्रकरण जिसमें संगीता बाई पत्नी संजीत पोरवाल निवासी चौमहला विवाद हो होने से अलग रह रहे थे, उन्हें भी समझाया तो वे भी साथ रहने के लिए तैयार हुए। इसी प्रकार एसीजेएम कोर्ट में प्रार्थिया खुशबू निवासी सुनेल ने अपने पति सादिक निवासी सुकेत के खिलाफ 125 सीआरपीसी में प्रार्थना पत्र पेश कर रखा था वे करीब 2 साल से अलग रह रहे थे एवं सोना बाई पत्नी ईश्वरलाल निवासी बोलिया बुजुर्ग भी करीब 3 सालों से अलग रह रहे थे। एसीजेएम मोहनलाल जाट भवानीमंडी एवं अधिवक्ताओं ने सफल समझाइश की। इसके अतिरिक्त एमएससीटी के 12 प्रकरणों का निस्तारण कर 718000 रुपए का पक्षकारों में समझौता कराया गया। इसी प्रकार फौजदारी के 18 प्रकरण, दीवानी के 9 प्रकरण, 138 एनआई एक्ट के 32 प्रकरणों का निस्तारण कर 49,19,405 रुपए का समझौता कराया। प्रीलिटिगेशन में बैंकों के 24 प्रकरणों में 21,08,466 बीएसएनएल के 4 प्रकरणों में 23,819 रुपए वसूल कराए गए। इस प्रकार कुल 143 प्रकरणों का निस्तारण किया एवं राशि 78,95,013 का समझौता करवाया।

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