ऑस हैरिटेज व पीडीकोर के बीच हुआ MOU

MoU signed Aus Heritage PDcor

जयपुर। जयपुर के राजा सवाई जयसिंह द्वारा 35 -40 चालीस हजार लोगों के खुशहाली के साथ निवास करने हेतु 1727 मे बसायी गई गुलाबी नगरी जयपुर जो यूनेस्को द्वारा विश्व विरासत व 2015 मे क्राफ्ट सिटी के रुप धोषित किया जा चुका है, के वैभव को बनाये रखने हेतु अधिकारियों  के पैशन, राजनीतिज्ञों की ईच्छाशक्ति व संबद्ध सभी एजेंसियों व नागरिकों की सक्रिय भागीदारी से होलिस्टिक एप्रोच को अपनाते हुए सुरक्षित व संरक्षित करना होगा। ये साझा विचार व सुझाव और साथ मिल कर लगन के साथ कार्य करने की मंशा के साथ जयपुर में पीडीकोर,जेडीए, नगर निगम जयपुर हैरिटेज, जयपुर स्मार्ट सिटी लि0 व नवागंतुक सहभागी संगठन ऑस  हैरिटेज, आस्ट्रेलिया के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में उभर कर आये।

कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए नगरीय विकास एवं आवासन हेतु राजस्थान सरकार के सलाहकार श्री जी.एस. संधू ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य बदली हुई परिस्थितियों व चुनोतियाँ में यूनेस्को की अपेक्षाओं के अनुरूप शहर की भव्य हवेलियों, महलों, परकोटे, चोराहों, चौपड़, बावड़ियों, झरोखों, मार्गो, पुस्तकालयों, उधानों, झीलों, मार्गों,कला, संस्कृति, शिल्प, मंदिरों को समग्रता के साथ सुरक्षित व संरक्षित करते हुए शहरवासियों को गुणवत्ता युक्त जीवन प्रदान करने हेतु आगामी वर्षों हेतु स्पेशल हैरिटेज प्लान बनाने हेतु मंथन कर अमलीजामा पहनाना है।
संधु ने प्रतिनिधियों को बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पिछले कार्यकाल मे प्रदेश के खासकर जयपुर की ऐतिहासिक धरोहर के संरक्षण हेतु हैरिटेज वाक शुरू करवाई व स्वयं भी इसमें शामिल हुए इस दोरान इन्टेक, द्रोणा फाउंडेशन, फ्रांस व जर्मनी की एजेंसियों की सहभागिता से अनेक प्रोजेक्ट शुरु करवाये गये व उन प्रयासों के उल्लेखनीय परिणाम आये। कार्यशाला में आस्ट्रेलिया से 5 सदस्यीय प्रतिनिधि मंडल का नेतृत्व कर रहे ऑस हैरिटेज के अध्यक्ष विनोद डेनियल ने कहा कि उनके संगठन ने पीडीकोर के साथ एक MOU साईन किया है जिसके तहत ऑस हैरिटेज संगठन जयपुर शहर की पुरा संपदा के संरक्षण व संवर्द्धन हेतु म्युचुअल रुचि के कोर क्षेत्र में आधुनिक व परम्परागत प्राचीन विधाओं का इस्तेमाल करते हुए सेवाएं प्रदान करेगा।
जयपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के सीईओ राजेश मीणा ने जयपुर वासियों व देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को बेहतर जीवनशैली व वातावरण प्रदान करने हेतु पार्किंग व्यवस्था, आयुर्वेदिक अस्पताल, राजस्थान स्कूल ऑफ आर्किटेक्ट, बाजारों में फसाड़ सुधार, बावड़ियों, पोन्डि्र्क उधान, ब्रजनिधि व गोपीनाथ मंदिर महाराजा पुस्तकालय व पुराने पुलिस मुख्यालय (अब नगर निगम हैरिटेज मुख्यालय) मे मरम्मत, अनुरक्षण, संरक्षण करवा कर शहर को सुंदर व वैभवशाली बनाये रखने हेतु किये गये नवाचारों व प्रयासों के बारे मे बताया।
जयपुर विकास प्राधिकरण आयुक्त रवि जैन ने कहा कि जयपुर विकास प्राधिकरण, नगर निगम सहित विभिन्न एजेन्सियां परकोटे मे रहने वाले नागरिकों व शहर में आने वाले देशी विदेशी पर्यटकों को निरन्तर आधरभूत एवं आधुनिक सुविधाएं प्रदान करने के साथ शहर को स्वच्छ व सुंदर बनाये रखने के प्रयास व नवाचार किये जा रहे हैं।
MoU signed Aus Heritage PDcor
नगर निगम जयपुर हैरिटेज के अतिरिक्त मुख्य नगर नियोजक शशिकान्त ने पीपीटी के माधयम से “आब्जेक्टिवस् ऑफ क्रियेटिगं स्पेशल एरिया हैरिटेज प्लान” प्रस्तुत किया। इन्टेक की संयोजक धर्मेंद्र कंवर ने “परेस्पेक्टिवस् ऑन द् हैरिटेज इन्वेन्ट्री ऑफ जयपुर”, द्रोणा फाउंडेशन की अध्यक्षा डा0 शिखा जैन ने”द् रोडमैप फार  स्पेशल हैरिटेज एरिया प्लान. फार जयपुर वर्ल्ड हैरिटेज सिटी”, वर्ल्ड ट्रेड पार्क एवं सिन्सियर आर्टिटेक्टस के सीएमडी अनूप बरतिया ने ” न्यू परस्पेक्टिवस् ऑफ अरबन् डिजाइन फार हैरिटेज एरियाज” मणिपाल यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर एवं डीन डा. मधुरा यादव ने “रिवाईटलाजेशन ऑफ जयपुर वाल्ड सिटी” आयोजन स्कूल ऑफ आर्किटेक्चर की प्राचार्य एवं निदेशक प्रोफेसर किरण महाजनी ने” आयोजन स्कूल ऑफ आर्किटेक्चरस कन्ट्रीब्यूशन टू जयपुर्स हैरिटेज-डाक्यूमेंटेशन एन्ड प्लानिंग केपेबिलिटीज” पीडीकोर के मुख्य अभियंता एन. सी. माथुर ने “चेलेन्जेज इन् अरबन् ट्रांसपोर्ट प्लानिंग इन् हैरिटेज एरिया” पर प्रस्तुतिकरण दिये।
ओपन डिस्कशन सैशन मे प्रतिभागियों ने भी अपने विचार साझा किये व नागरिकों के साथ शहर के विकास व संरक्षण से जुड़ी सभी सरकारी, गैर सरकारी एजेंसियों के परस्पर संवाद, समन्वय व फालोअप एक्शन पर जोर दिया व साथ ही बेहतर संवाद हेतु निरन्तर सभी पक्षों का व नागरिकों का सेंसिटाईजेशन करने पर बल दिया। समापन सत्र में जयपुर विरासत फाउंडेशन की अध्यक्ष व सिटी पैलेस की डायरेक्टर रीमा हूजा ने कहा कि हमें शहर की विरासत के साथ आबोहवा को बचाने हेतु बच्चों को भी हैरिटेज वारियर्स बनाया होगा। पीडीकोर के सीईओ दिलीप कुमार ने कहा कि स्पेशल एरिया हैरिटेज प्लान बनाने हेतु काफी कार्य चल रहा व इस कार्यशाला से सभी एजेन्सियां एकजुट हुई हैं व अब सब मिल कर आपसी समन्वय से आगे रुप रेखा बना कर तेजी से कार्य किया जायेगा।
कार्यशाला मे ऑस हैरिटेज के प्रतिनिधिमंडल मे आये कोनराड गारगेट के प्राचार्य डेविड ब्रेट गोले, एलेक्स मार्सडेन की प्राचार्या सुश्री एलेक्जेंड्रा मार्सडेन, जी एम एल हैरिटेज की निदेशक व सीईओ सुश्री शैरोन ली वीयले व प्रिंसिपल आर्टिटेक्ट आरबीए आर्टिटेक्टस एण्ड एण्ड कन्जर्वेशन कन्सलटेंटस के निदेशक रोगर बेले बीट्सन व आस्ट्रेलियन हाई कमीशन के ट्रेड एण्ड इन्वेस्टमेंट के निदेशक विजय सिंह शेखावत ने अपने विचार साझा किये व शहर की पुरा संपदा हेतु किये गए एम ओ यू के अनुसार रचनात्मक दृष्टिकोण से कार्य करने की वचनबद्धता दोहराई।
संधु ने ऑस हैरिटेज के अध्यक्ष व प्रतिभागियों को स्मृति चिन्ह व यूनेस्को विश्व विरासत जयपुर डवलपमेंट प्लान पर केन्द्रित पुस्तक भेंट की। कार्यशाला में नगर निगम जयपुर हैरिटेज आयुक्त विश्राम मीणा, जेडीए, पीडीकोर व स्मार्ट सिटी के अधिकारियों, आर्किटेक्ट, आदि उपस्थित थे।