नाबार्ड ने बनाई वर्ष 2022-23 के लिए बूंदी जिले के लिए रु 5218.97 करोड़ की संभाव्यतायुक़्त ऋण योजना

बूंदी। बूंदी जिले की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक मंगलवार को जिला कलेक्टर रेणु जयपाल, की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक मे बूंदी जिले के लिये वित्तिय वर्ष 2022-23 हेतू नाबार्ड द्वारा संभाव्यतायुक़्त ऋण योजना (PLP) की पुस्तिका का जिला कलक्ट र ने विमोचन किया।

साथ ही ऋण योजना कृषि एवं कृषि सम्बंधित क्षेत्र तथा गैर कृषि क्षेत्रों से वर्ष 2022 तक किसानों की आय को दोगुना करने के सरकार के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुये निर्धारित की गयी है। बैठक में आरबीआई के एलओडी राकेश चंद्र शर्मा, डीडीएम नाबार्ड राजकुमार, एलडीएम अक्षय कुमार शर्मा एवं अन्य जिला स्तरीय अधिकारी तथा सभी बैंको के जिला समन्वयक उपस्थित थे।

बैठक में बताया गया कि वर्ष 2022-23 के लिए बूंदी जिले में ऋण संभाव्यता का आंकलन रु 521897.45 लाख का किया गया l वर्ष 2022-23 की पीएलपी में फसल, उत्पादन, रखरखाव व विपणन के लिए रु 331418 लाख का आंकलन है जो कि कुल योजना का 63.50% है ।

कृषि एवं सहायक गतिविधियों के लिए सावधि ऋण रु 61824 लाख का आंकलन है जो की कुल योजना का 11.85% है. कृषि क्षेत्र के अन्तर्गत फसली ऋण के अतिरिक्त जल संसाधन के अन्तर्गत रु 8425 लाख, कृषि यंत्रीकरण के रु 13975 लाख, वृक्षारोपण एवं बागवानी के अन्तर्गत रु 6034 लाख, वानिकी एवं परती भूमि विकास के लिए रु 387 लाख, पशुपालन-डेयरी विकास के लिए रु 22015 लाख, पशुपालन-मुर्गीपालन रु 2826 लाख, पशुपालन-भेड, बकरी व सुअर विकास के लिए रु 7738 लाख, मत्स्य विकास के लिए रु 325 लाख की संभाव्यता दर्शायी गई है।

बैठक में बताया गया कि कृषि आधारभूत सुविधा के लिए रु 38161 लाख एवं कृषि आधारित गतिविधियों (Ancillary) के लिए रु 21433 लाख की संभाव्यता दर्शायी गई है। एमएसएमई, एक्सपोर्ट , शिक्षा , आवास , नवीकरण ऊर्जा स्त्रोत, अन्य प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र एवं सामाजिक आधारभूत सुविधा के लिए क्रमश रु 35870 लाख, रु 750 लाख, रु 2720 लाख, रु 5128 लाख, रु 869 लाख, रु 12125 लाख एवं रु 3894 लाख की संभाव्यता है। गौरतलब है कि नाबार्ड द्वारा तैयार PLP के आधार पर वार्षिक ऋण योजना (ACP) का लक्ष्य तैयार किया जाता है जिसको जिले में स्थित बैंकों के माध्यम से पूर्ण किया जाता है।

यह भी पढ़ें-जूली के जन्मदिन पर रक्तदान शिविर सहित हुए विभिन्न आयोजन