असम: बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नारायण सेवा संस्थान ने किया भोजन सामग्री का वितरण

नारायण सेवा संस्थान ने असम के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1000 परिवारों को खाद्य सामग्री वितरित की है। यह सामग्री सुमोईमारी, अपर सुमोईमारी, दोखिन कोमार गाँव, कामजन, मेलेंगी,लाछोन गांव (तिनसुकिया), लाईबिल शिवसागर और मिरीपोठार (जोरहाट) के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों मे वितरण किया गया है।

कोविड -19 के बीच नारायण सेवा संस्थान ने फीडिंग इंडिया के साथ जरूरतमंदों को भोजन बनाने की सुविधा और बाढ़ प्रभावित परिवारों की मदद करने के लिए अभियान को सफल बनाया है। एनएसएस राहत कार्यों के माध्यम से सूखे खाद्य पदार्थ, रेडी-टू-ईट फूड पैकेट, ड्राई स्नैक्स, बिस्कुट के पैकेट, नमकीन, दूध पाउडर और पीने के पानी का वितरण किया गया है। इसके साथ ही महिलाओं को साबुन और सेनेटरी नैपकिन भी वितरित किए गए हैं।

नारायण गरीब परिवार योजना के तहत, कई राज्यों में लगभग 50,000 परिवारों को लगातार मासिक राशन दिया जा रहा है। कोविड -19 के बीच, संस्थान ने राजस्थान, हरियाणा, उत्तराखंड और महाराष्ट्र में कई परिवारों को 13,800 परिवारों को राशन सामग्री, 1,37,000 से अधिक भोजन के पैकेट, 68000 मास्क, 800 पीपीई किट वितरित किए हैं।

नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष, प्रशांत अग्रवाल ने कहा, “कोविड -19 से उत्पन्न स्थिति में परिवारों और छोटे बच्चों को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। इस अभियान में, असम में बाढ़ के कहर के कारण, संकट के इस क्षण में बच्चों सहित परिवारों के लिए बुनियादी जरूरतों को पूरा करने में जुटे हुए है ।

इसी मुहिम में 1000 परिवारों को राशन सामग्री वितरित करने में कामयाब रहे हैं। हमें उम्मीद है कि दान दाता आगे आकर दान देकर जरूरतमंदों की मदद करने में हमारी मदद करेंगे। एनएसएस स्किल सेंटर ने जरूरतमंद लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और देश की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही कौशल कक्षाएं चलाने की योजना बनाई है।