नारायण सेवा संस्थान ने जयपुर में दिव्यांगों को लेकर शुरू किया विशेष को आर्टिफिशियल लिम्ब मेजरमेंट कैंप अभियान

जयपुर। दशहरा के शुभ अवसर पर, नारायण सेवा संस्थान ने हाल ही देश के 9 शहरों में दिव्यांग लोगों को कृत्रिम अंग प्रदान करने के लिए एक अभियान शुरू करने का एलान किया है। इसी अभियान के सिलसिले में रविवार, 25 अक्टूबर, 2020 को झोटवाड़ा के बद्रीनारायण वैद फिजियोथेरेपी हॉंस्पीटल एण्ड रिसर्च सेंटर जयपुर में रविवार को कृत्रिम अंग नाप शिविर का आयोजन किया गया हैं।
जहां अनाथ, निर्धन, वृद्ध और वंचित वर्ग के 14 दिव्यांगों का लिम्ब मेजरमेंट लिया गया है। गौरतलब है कि नारायण सेवा संस्थान ने कोविड-19 महामारी के दौरान दिव्यांग लोगों को 149000 फूड पैकेट, 18890 राशन किट, 74705 मॉस्क वितरण और कृत्रिम अंगों के निशुल्क वितरण के माध्यम से स्थायी आजीविका प्राप्त करने में सहायता की है।


कोविड-19 के दौरान लागू किए गए सुरक्षा उपायों के तहत नारायण सेवा संस्थान की टीम को अपने शिविरों में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने के नियमों का सख्ती से पालन करने की हिदायत दी गई है। शिविरों में सहायता करने वाले वरिष्ठ प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स विशेषज्ञ टीम द्वारा इन नियमों का पालन किया जाएगा। इन शिविरों का आयोजन डॉ.नाथू सिंह,डॉ.रवींद्र सिंह की विशेषज्ञ टीम के साथ भंवर सिंह, नीलम, हुकम सिंह और मनीष खंडेलवाल की देखरेख में किया जाएगा, जहां दिव्यंगता से प्रभावित लोगों का निरीक्षण किया जाएगा, साथ ही साथ जो लोग मधुमेह, दुर्घटनाओं आदि के कारण अपने पैर खो चुके हैं, उन्हें कृत्रिम अंग वितरित किए जाएंगे। इसके अलावा, इन शिविरों के माध्यम से अनाथ, निर्धन, वृद्ध और वंचित वर्ग के साथ-साथ विधवा महिलाओं की भी सहायता की जाएगी और उन्हें बैसाखी और व्हीलचेयर प्रदान की जाएगी।


नारायण सेवा संस्थान के प्रेसीडेंट प्रशांत अग्रवाल ने कहा, ”कोविड-19 महामारी ने न केवल दुनियाभर में अर्थव्यवस्था पर बुरा असर डाला है, बल्कि इस महामारी के कारण दिव्यांग लोगों को भी अपना सामान्य जीवन जीने के लिए अनेक मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। इससे उनके जीवन में और अधिक चुनौतियां आ गई हैं क्योंकि वे नियमित स्वास्थ्य जांच से गुजर नहीं सकते हैं, वे शारीरिक रूप से अपने स्कूलों में या अपने कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होने में असमर्थ हैं।


इन हालात को देखते हुए ही नारायण सेवा संस्थान ने कृत्रिम अंग मापन और वितरण अभियान शुरू करने का फैसला किया। महामारी के प्रकोप से पहले संस्थान ने 420250 सुधारात्मक सर्जरी की, 13612 कृत्रिम अंगों के वितरण शिविर लगाए और 269803 व्हील चेयर वितरित किए। संगठन जरूरतमंदों और समाज के वंचित वर्ग के लोगों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए बड़े पैमाने पर खाद्य वितरण शिविरों को फिर से शुरू करने की योजना बना रहा है।