जोधपुर के राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन में राष्ट्रीय एवं अन्तराष्ट्रीय ज्योतिषियों का जुटा कुंभ

National Astrology Conference
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जोधपुर। सूर्यनगरी ज्योतिष एवं वास्तु शोध संस्थान के तत्वावधान में सूचना केन्द्र मिनी ऑडिटोरियम में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय ज्योतिष सम्मेलन शनिवार को दीप प्रज्वलन से शुरू हुआ। खगोलीय घटनाओं एवं ग्रहों की परिवर्तन के कारण देश-विदेश में हो रही घटनाओं पर विश्व के जाने माने विशेषज्ञ कैप्टन लेखराज शर्मा हिमाचल प्रदेश के मुख्य आतिथ्य में शुरू हुए सम्मेलन में देश-विदेश में प्रसिद्ध विद्वान ज्योतिषियों ने देश और दुनिया के भावी हालातों पर ज्योतिषीय मंथन किया और कई निष्कर्ष सामने रखे।

उद्घाटन समारोह के उपरान्त हुए विभिन्न सत्रों में फिरोजपुर पंजाब से धर्मेन्द्र बंसल, मेरठ से संजीव अग्रवाल, जम्मू से डॉ. सत्यपाल भारद्वाज, इन्दौर से सुरेश आर. शर्मा, बीकानेर से नन्दकिशोर पुरोहित, अन्तर्राष्ट्रीय ज्योतिष विज्ञान शोध संस्थान के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. पं. सीताराम त्रिपाठी शास्त्री (भीलवाड़ा), जयपुर से मोहनलाल शर्मा, मोदीनगर से विनायक पूलह, कलकत्ता से डॉ. सन्तोष लोहिया, काठमाण्डू से नेपाली बाबा, जोधपुर से पं.घनश्याम द्विवेदी, जयपुर से अनीश व्यास, जोधपुर से एस.के.जोशी आदि ने चर्चा में भाग लेते हुए अपने शोधपूर्ण विचार प्रकट किए।

आरंभ में संस्थान के संरक्षक पं. रमेश भोजराज द्विवेदी, सम्मेलन आयोजक एवं अध्यक्ष भैरुप्रकाश दाधीच, ज्योतिषाचार्य पं. खींवराज शर्मा, विष्णु प्रजापत आदि ने अतिथियों का स्वागत किया और सम्मेलन आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। संचालन पं. खींवराज शर्मा ने किया। सम्मेलन का अंतिम सत्र देश के विभिन्न हिस्सों से आयी महिला ज्योतिषियों के नाम रहा। इसमें नोएडा से आई पं. उषा, अजमेर से पं. सुशीला, सपना सारस्वत, विद्या वर्मा, मोनिका करल, अर्चना प्रजापति, डॉ. प्रीति राजगौर, कल्पना शर्मा आदि ने ज्योतिष ग्रह-गोचर के अनुसार महिलाओं की दशा-महादशा एवं ज्योतिष में महिलाओं के योगदान पर अपने विचार प्रकट किए। सम्मेलन रविवार को भी जारी रहेगा।

देश के विभिन्न हिस्सों से आए ज्योतिष की विभिन्न विधाओं के विद्वानों ने जन्मकुण्डली, हस्तरेखा तथा अन्य विधाओं से ज्योतिष से संबंधित जिज्ञासाओं का समाधान किया और इन ज्योतिषियों का आभार जताया।