जोधपुर में नया लीक प्रकरण : पॉलिटिकल साइंस का पेपर लीक

जोधपुर में पेपर लीक कांड
जोधपुर में पेपर लीक कांड

जेएनवीयू में बीए फाइनल ईयर के 5 जिलों में 31 हजार परीक्षार्थियों ने दी थी परीक्षा

जोधपुर। पेपर लीक कांड के लिए बदनाम राजस्थान के मुंंह पर एक और लीक की कालिख पुत गई है। इस बार किसी प्रतियोगी नहीं बल्कि कॉलेज की परीक्षा ही लीक हो गई है। लीक पता चलते ही कॉलेज प्रशासन में हडक़म्प मच गया है। पुलिस ने लीक प्रकरण में लिप्त लोगों की खोज शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक जेएनवीयू की शुक्रवार को हुई बीए फाइनल ईयर की राजनीति विज्ञान का पेपर जालौर के रानीवाड़ा क्षेत्र के दो कॉलेजों में वायरल होने की जानकारी सामने आई है। पर्चा परीक्षा से डेढ़ घंटे पहले ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस उपायुक्त को इस संबंध में लेटर लिखकर एफआईआर दर्ज करने के लिए सूचित किया है।

जोधपुर में पेपर लीक कांड
जोधपुर में पेपर लीक कांड

शुक्रवार को बीए फाइनल के राजनीति विज्ञान की परीक्षा सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक रखी गई थी। लेकिन करीब डेढ़ घंटे पहले ही पेपर सोशल मीडिया पर वायरल होने लग गया था। रानीवाड़ा, सांचौर और चितलवाना क्षेत्र के स्टूडेंट्स में पेपर वायरल होने के कारण इन कॉलेजों और स्ट्रॉन्ग रूम से पेपर लीक होने की आशंका जताई जा रही है।

वायरल प्रश्न पत्र का मिलान परीक्षा के प्रश्न पत्र से हुआ, पुलिस उपायुक्त को शिकायत दी

जेएनवीयू जोधपुर के परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर केआर गेनवा ने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए प्रश्न पत्र का मिलान परीक्षा के प्रश्न पत्र से हुआ है। हमने इस संबंध में पुलिस उपायुक्त को शिकायत दे दी है। पेपर कैसे बाहर आया इसकी जांच होगी।

पांच जिलों में 31 हजार परीक्षार्थियों ने दी परीक्षा

यूनिवर्सिटी सूत्रों के मुताबिक कुलपति प्रोफेसर केएल श्रीवास्तव जोधपुर से बाहर गए हुए हैं। उनके लौटने के बाद ही परीक्षा को रद्द करने का फैसला लिया जाएगा। राजनीति विज्ञान की यह परीक्षा जोधपुर सम्भाग में जोधपुर, जालोर, बाड़मेर, जैसलमेर और पाली के 132 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हुई थी। इसमें 31 हजार से ज्यादा परीक्षार्थी शामिल हुए हैं। अब पेपर आउट की घटना के बाद स्टूडेंट्स चिंता में आ गए हैं।

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