एनआईए और एमजे राजस्थान अस्पताल ने समग्र चिकित्सा और क्लीनिकल शोध के लिए किया एमओयू

जयपुर। एम. जे. राजस्थान अस्पताल व राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के बीच समग्र चिकित्सा अनुसंधान और ईलाज के लिए केन्द्रीय आयुष मन्त्री सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति में एक एमओयू साइन किया गया।

इस अवसर पर एनआईए उपकुलपति डॉ. संजीव शर्मा ने आशा व्यक्त की कि एलोपैथी और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के समन्वय से समग्र क्लीनिकल जांच और ईलाज में काफी सुविधा होगी।

राजस्थान अस्पताल के निदेशक डॉ. सर्वेश अग्रवाल ने बताया कि एलोपैथी में आपातकालीन बीमारी के ईलाज की तत्काल सुविधा होती है और आयुर्वेद में ईलाज लम्बे समय तक चलता है, जबकि डाइग्नोसिस लगभग समान ही होती है, तो दोनों चिकित्सा पद्धतियों के समग्र मेल से बीमारी की शोधपूर्वक पहचान, ईलाज और मरीज प्रबन्धन पर कार्य होगा, इस बारे में प्रामाणिक शोध पेपर भी प्रकाशित किये जायेंगे।

यह एमओयू तीन साल के लिए किया गया है, जो आगे भी बढ़ाया जा सकेगा। राजस्थान अस्पताल के सीएमडी डॉ. एसएस अग्रवाल ने इस एमओयू से एलोपैथी और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के समग्र उपयोग से अनुसंधान कार्य को जनहित के लिए काफी उपयोगी बताया है तथा कहा है कि दोनों चिकित्सा पद्धतियों की उपयुक्त चिकित्सा से बीमार का ईलाज प्रामाणिक रूप से किया जायेगा, जो एक मार्गदर्शक मॉडल होगा।

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