नो मास्क-नो एंट्री’ का संदेश जन-जन तक पहुंचाये: आयुक्त, सूचना एवं जनसम्पर्क

जयपुर। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के आयुक्त महेन्द्र सोनी ने कहा कि प्रदेश में बढ़ते कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ‘नो मास्क-नो एंट्री’ के संकल्प सहित बचाव के अन्य उपाय जन-जन तक पहुंचाये। प्रचार-प्रसार के विविध साधनों का इस्तेमाल कर कोरोना के प्रति व्यापक जनजागरूकता फैलाएं। सोनी शुक्रवार को यहां मुख्यालय से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारियों से संवाद कर निर्देशित कर रहे थे।

आयुक्त सोनी ने कहा कि राज्य में कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है। इसे देखते हुए हम सबको ज्यादा गंभीर और जिम्मेदार बनना होगा। इसके लिए देश के ख्याती प्राप्त चिकित्सकों ने मास्क को सबसे ज्यादा उपयोगी माना है। उनके अनुसार यदि सभी लोगों के मास्क लगे हो तो इस वायरस के संक्रमण की आशंका बहुत कम हो जाती है। इसे हमें भी समझना है और आमजन को भी समझाना है। सभी सार्वजनिक स्थानों और कार्यालयों में ‘नो मास्क-नो एंट्री’ का संदेश हर जन तक पहुंचाना है, जो समाज में स्वप्रेरणा से लागू हो।

उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर समाज में जागरूकता लाना जीवन रक्षा का मिशन है। इसके लिए प्रचार-प्रसार के हर साधन का प्रभावी उपयोग करें। जिला स्तर पर चल रही कोरोना जागरूकता प्रदर्शनी पंचायत समिति स्तर तक लगवाएं। स्थानीय जरूरत के अनुसार नवाचार अपनाएं। पोस्टर, बेनर सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का बेहतर इस्तेमाल कर आमजन तक जागरूकता संदेश पहुंचाएं। उन्होंने माइक से पब्लिसिटी को ज्यादा कारगर बताते हुए सभी जिलों में इनकी संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। श्री सोनी ने आगामी एक महीने के प्रचार-प्रसार के जिलावार एक्शन प्लान भिजवाने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के अतिरिक्त निदेशक प्रेम प्रकाश त्रिपाठी एवं वित्तीय सलाहकार सुभाष दानोलिया ने भी अधिकारियों से संवाद किया। जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारियों ने जिलों में हो रहे नवाचारी प्रचार-प्रसार एवं उसके प्रभाव से अवगत कराया। वीडियो कॉन्फ्रेसिंग में अतिरिक्त निदेशक अलका सक्सेना, संयुक्त निदेशक अरूण जोशी, एसीपी श्रवण कुमार उपस्थित थे।