जनकल्याण में ढिलाई बर्दाश्त नहीं : जोशी

जयपुर
विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने सभी विभागीय अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं, कि वह क्षेत्र में जाकर वास्तविकता को पहचाने, केवल कार्यालय में बैठकर आंकड़ों की समीक्षा न करें। विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला स्तरीय विभागीय अधिकारियों की जिला स्तरीय बैठक में उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिन विभागों का कार्य सामाजिक सरोकारों से जुडऩे से हुआ हैं, वे नियमित रूप से क्षेत्र में भ्रमण करें तथा यह पहचान करें कि वास्तविकता में जनकल्याण की योजनाओं के लाभ की जरूरत किस क्षेत्र में है। वहां पर इन योजनाओं का प्रभावी क्रियान्वयन करें। लोक जागरण करें और योजनाओं की जानकारी हर व्यक्ति तक पहुंचे यह सुनिश्चित करें। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक को निर्देश दिए कि वह क्षेत्र में जाकर यह देखें कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता क्या कार्य कर रही है। उनके द्वारा प्रतिदिन किए जा रहे कार्यों की नियमित रूप से जानकारी ले। उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी केंद्र नौकरी पाने की जगह नहीं अपितु यह सामाजिक सेवा का केंद्र है। अत: इसका उद्देश्य पूर्ण रूप से प्रतिपादित हो यह सुनिश्चित करें। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वह स्कूलों का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा कि विद्यालय में जाकर कौन-कौन से विद्यालयों में किस किस विषय के अध्यापकों के पद रिक्त हैं। इसकी सूचना तैयार करें, फिर जहां पर एक ही विषय के दो-दो अध्यापक या ज्यादा अध्यापक लगे हुए हैं, वहां से उनको रिलीव कर जहां जरूरत है वहां लगाएं। बैठक में राजस्थान सरकार के सहकारिता मंत्री तथा जिले के प्रभारी मंत्री उदयलाल आंजना ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह बैठक में अपनी पूरी सूचना के साथ आएं। उन्होंने कहा कि समीक्षा बैठक में दिए गए निर्देशों की पालना सुनिश्चित करें। अगली बैठक तक पुराने मामलों का निस्तारण करें। जन कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में ढिलाई बरतने वाले अधिकारियों को अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसलिए टालमटोल करने वाली कार्यशैली को बदलकर योजनाओं की प्रगति में तेजी लाएं। इस अवसर पर प्रभारी सचिव अपर्णा अरोडा ने अधिकारियों से कहा कि वे अपने- अपने विभाग के कार्यों को समझे तथा योजनाओं के उद्देश्य को समझें। मात्र आंकड़ा तैयार करना ही प्रगति नहीं होती। वंचितों को वास्तविक लाभ दिलाना ही योजनाओं का उद्देश्य है। बैठक में जिला कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि अब ढिलाई बरतने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बार-बार दिशा निर्देश देने पर भी अगर योजनाओं में प्रगति नहीं होती है, तो उनको चार्जशीट दी जाएगी और संबंधित अधिकारियों के विरूद्व आगे रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी। बैठक में जिला पुलिस अधीक्षक भुवन भूषण यादव अतिरिक्त जिला कलेक्टर राकेश कुमार, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिनेश राय सापेला, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजेश गुप्ता, उपखंड अधिकारी सुशील कुमार, नगर पालिका नाथद्वारा अध्यक्ष मनीष राठी, उपाध्यक्ष श्याम लाल गुर्जर, आमेट नगर पालिका अध्यक्ष कैलाश मेवाड, समाजसेवी देवकीनंदन गुर्जर, बहादुर सिंह चारण सहित जिले के सभी उपखंड अधिकारी, विकास अधिकारी, जनप्रतिनिधि गण उपस्थित थे।