जापान से सटे समुद्र में उत्तरी कोरिया ने बुधवार को दो बैलिस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया। इसका जापान के प्रधानमंत्री योशिहदे सुगा ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने कहा कि टोक्यो ओलंपिक और बाइडेन सरकार पर दवाब बनाने की कोशिश की जा रही है। हमारे देश और क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा पैदा किया जा रहा है। यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों का उल्लंघन है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र परिषद ने उत्तरी कोरिया पर बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण करने पर बैन लगाया हुआ है। अगर इन परीक्षणों की पुष्टि होती है, तो यह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्योंगयांग से जुडऩे के प्रयासों को एक चुनौती देगा।
वहीं, इस पर इंडो-पैसेफिक कमांड ने गुरुवार को एक बयान जारी किया। उन्होंने इसे उत्तर कोरिया के अवैध हथियार प्रोग्राम का हिस्सा बताया और इसे अंतराष्ट्रीय समुदाय और पड़ोसी देशों के लिए भी खतरा करार दिया। कमांड ने कहा है कि स्थिति पर नजर रखी जा रही है।