अब नेचुरल तरीके से थायराइड पर करें कंट्रोल

थायराइड
थायराइड

थायराइड की बीमारी आज के समय में दुनियाभर में बहुत सामान्य समस्या है। हमारे देश में भी थायराइड से हर दिन कई सारे मामले सामने आते हैं। थायराइड रोग पर विभिन्न अध्ययनों से एक अनुमान के अनुसार भारत में लगभग 42 मिलियन लोग थायराइड के रोग से पीडि़त हैं। इस बीमारी के चपेट में सबसे ज्यादा औरतें आती हैं। थायराइड एक हार्मोन नियामक ग्रंथि होती है। इसमें असंतुलन होने से हार्मोन का जरूरत से ज्यादा या कम उत्पादन होन लगता है। थायराइड तितली के आकार की ग्रंथी होती है, जो गर्दन में श्वासनली के सामने होती है। यह एक तरह का हार्मोन है। जो गले में मौजूद थायराइड ग्लैंड से निर्मित होता है। यह शरीर के वजन से लेकर दिमाग तक सभी चीजों को प्रभावित करता है।

हल्दी वाला दूध

हल्दी वाला दूध
हल्दी वाला दूध

हल्दी वाला दूध पीने के कई लाभ हैं और इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीसेप्टिक गुण होते हैं। यह थायराइड के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद होता है। चाहें तो आप इसमें काली मिर्च भी मिक्स कर सकते हैं। इससे थायराइड कंट्रोल हो सकता है।

सेब का सिरका

सेब का सिरका
सेब का सिरका

सेब का सिरका थायराइड हार्मोन को कंट्रोल करने में सहायक है। इसे पीने से पेट लंबे समय तक भरा रहता है। इसके लिए पानी में 1 बड़ा चम्मच सेब का सिरका मिलाएं और खाने के बाद इस ड्रिंक को पी सकते हैं।

छाछ

छाछ प्रोबायोटिक्स का बेहतरीन स्रोत है। इसे पीने से आपका वजन और थायराइज दोनों कंट्रोल रहेगा। इसके अलावा यह पाचन को भी स्वस्थ रखता है। सेहतमंद रहने के लिए डाइट में ताजी छाछ जरूर शामिल करें।

चुकंदर और गाजर का जूस

अगर आप थायराइड से परेशान हैं, तो चुकंदर और गाजर का जूस मिक्स कर पी सकते हैं। यह फाइटोन्यूट्रिएंट्स और लाइकोपीन का एक बेहतरीन स्रोत है। इसमें फाइबर पर्याप्त मात्रा में मौजूद होता है।

ग्रीन जूस

थायराइड के मरीजों की डाइट में ग्रीन जूस शामिल कर सकते हैं। इसके लिए ताजे पालक, धनिया पत्ती, पुदीना या ककड़ी का जूस जरूर पिएं। आप इन जूस में नींबू का रस भी मिक्स कर सकते हैं।

हर्बल टी

हर्बल टी में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी इंफ्लेमेटरी और एंटी वायरल गुण पाए जाते हैं। इसे रोजाना पीने से सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इससे थायराइड के रोगियों को लाभ मिल सकता है।

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