कभी विश्व का नंबर 1 एयरपोर्ट रहा जयपुर एयरपोर्ट अब 78वीं रैंक पर पहुंचा

कोरोना काल में कम यात्रीभार में भी जयपुर एयरपोर्ट प्रशासन यात्रियों को उम्मीदों के मुताबिक सुविधाएं मुहैया कराने में विफल रहा है। इसकी वजह है कि एयरपोर्ट जल्द निजी हाथों में जाने वाला है और एयरपोर्ट अथॉरिटी अब सुविधाएं बेहतर करने में दिलचस्पी नहीं ले रही है। कभी कैटेगरी में विश्व का नंबर 1 एयरपोर्ट रहा जयपुर अब 78वीं रैंक पर जा पहुंचा है।

एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने एयरपोर्ट्स की सुविधाओं को लेकर अक्टूबर से दिसंबर 2020 के सर्वेक्षण कराया था। इसमें एयरपोर्ट अथॉरिटी के स्वामित्व वाले देश के 22 एयरपोर्ट्स को शामिल किया गया। देश के एयरपोर्ट्स की गुणवत्ता को लेकर यह सर्वेक्षण हर 3 माह में किया जाता है। सर्वेक्षण एयरपोर्ट काउंसिल इंटरनेशनल द्वारा किया जाता है।

अक्टूबर से दिसंबर 2020 की तिमाही के सर्वेक्षण के जो परिणाम आए हैं, उनमें जयपुर एयरपोर्ट की रैंक एक बार फिर नीचे चली गई है। वर्ष 2015 और 2016 के वार्षिक सर्वेक्षण में जयपुर एयरपोर्ट को विश्व का नंबर 1 एयरपोर्ट चुना गया था। 20 से 50 लाख सालाना यात्रीभार वाले एयरपोर्ट की श्रेणी में यह अवार्ड मिला था।

लगातार 4 साल से जयपुर एयरपोर्ट पिछड़ता जा रहा है। वर्ष 2017 से 2019 में जयपुर एयरपोर्ट सर्वे में काफी पीछे रहा था। वर्ष 2020 के क्युमुलेटिव परिणाम आना अभी बाकी है, लेकिन वर्ष 2020 के अंतिम त्रैमासिक परिणामों में जयपुर एयरपोर्ट सुधार के बजाय पिछड़ गया है।

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