राजधानी में अब 19 मार्गों पर ही चलेंगी लो फ्लोर बसें

जयपुर। शहर में जैसे-जैसे कोरोनावायरस संक्रमण बढ़ रहा है, सार्वजनिक परिवहन सेवा में लापरवाही बढ़ती जा रही है। राजधानी में करीब 50 हजार परिवहन सेवा से जुड़े वाहन चल रहे हैं, इनमें कोविड गाइडलाइंस की पालना नहीं की जा रही है। सबसे ज्यादा लापरवाही ई-रिक्शा और ऑटो में की जा रही है। एक यात्री बैठाने के आदेशों के बाद भी चार से पांच सवारी ले जाई जा रही हैं। शहर के परकोटा क्षेत्र में ऐसे कई नजारे देखे जा सकते हैं।

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उधर जेसीटीएसएल की चलने वाली सिटी बसों में यात्री नहीं मिल रहे है। यहां बसें खाली दौड़ रही हैं। वहीं दूसरी ओर ई-रिक्शा और ऑटो में मनमानी कर निर्धारित से अधिक सवारी बिठाई जा रही है। सिटी बसों को सैनेटाइज करने के लिए जेसीटीएसएल ने डिपो पर इंतजाम कर रखे हैं, लेकिन ई रिक्शा और ऑटो के लिए सैनेटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है।

लो फ्लोर के 50 फीसदी फेरे कम हुए

कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए सिटी बसों में यात्रीभार नहीं आ रहा है। जेसीटीएसएल ने अब सिटी बसों के फेरे कम कर दिए हैं। शहर में 50 फीसदी फेरे कम करने साथ अब सीमित बसों का ही संचालन किया जाएगा। इसको लेकर गुरूवार को जेसीटीएसएल ने आदेश जारी किए। पहले जहां 204 शिडयूल संचालित किए जा रहे थे, अब 104 ही चलेंगे। 19 मार्गों पर बसों का संचालन किया जाएगा जबकि पहले 33 मार्गों पर लो फ्लोर संचालित की जा रही थीं।