विपक्षी दल दोहरा रवैया अपना रहा, विपक्ष केवन विरोध के लिए विरोध कर रहा : भाजपा

देश में लगातार 12वें दिन किसानों का आंदोलन चल रहा है। सभी विपक्षी दलों ने किसानों के इस विरोध प्रदर्शन को अपना समर्थन दिया है। किसानों ने मांगे पूरी न होने की सूरत में आठ दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया है। ऐसे में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने सोमवार को कहा कि विपक्षी दल दोहरा रवैया अपना रहे हैं। विपक्ष केवल विरोध के लिए विरोध कर रहा है। प्रसाद ने एक-एक कर उन तमाम नेताओं के नाम लेकर हमला बोला है जिन्होंने कृषि कानूनों पर सरकार से मिलती-जुलती राय रखी थी।

प्रसाद ने कहा, ‘किसान आंदोलन के नेताओं ने साफ-साफ कहा है कि राजनीतिक लोग हमारे मंच पर नहीं आएंगे। हम उनकी भावनाओं का सम्मान करते हैं। लेकिन ये सभी कूद रहे हैं, क्योंकि इन्हें भाजपा और नरेंद्र मोदी जी का विरोध करने का एक और मौका मिल रहा है। विपक्ष का शर्मनाक और दोहरा चेहरा सामने आया है। विपक्ष राजनीतिक वजूद बचाने के लिए आंदोलन के साथ है।’

विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए रविशंकर प्रसाद ने कहा, ‘किसानों से संबंधित सुधारों को लेकर जो कानून बने हैं, उसको लेकर कुछ किसान संगठनों ने जो शंका उठाई है उसके लिए चर्चा हो रही है, वो चर्चा की अपनी प्रक्रिया है जो सरकार कर रही है। लेकिन अचानक तमाम विपक्षी या गैर भाजपाई दल कूद गए हैं। आज जब कांग्रेस का राजनीतिक वजूद खत्म हो रहा है, ये बार-बार चुनाव में हारते हैं चाहे वो लोकसभा हो, विधानसभा हो या नगर निगम चुनाव हो। ये अपना अस्तित्व बचाने के लिए किसी भी विरोधी आंदोलन में शामिल हो जाते हैं।’

कांग्रेस पर निशाना साधते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘कांग्रेस पार्टी ने 2019 के चुनाव में अपने चुनाव घोषणा पत्र में साफ-साफ कहा है कि वो एग्रीकल्चर प्रोड्यूस मार्केट एक्ट को समाप्त करेगी और किसानों को अपनी फसलों के निर्यात और व्यापार पर सभी बंधनों से मुक्त करेगी।’

शरद पवार पर हमला करते हुए भाजपा नेता ने कहा, ‘शरद पवार जब देश के कृषि और उपभोक्ता मामलों के मंत्री थे तो उन्होंने देश के सारे मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी। जिसमे उन्होंने लिखा था कि मंडी एक्ट में बदलाव जरूरी है, प्राइवेट सेक्टर का आना जरूरी है, किसानों को कहीं भी अपनी फसल बेचने का अवसर मिलना चाहिए।’

किसानों के समर्थन में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने आज धरना दिया। इसे लेकर प्रसाद ने कहा, ‘मैं अखिलेश यादव को याद दिलाना चाहता हूं कि अखिलेश जी एग्रीकल्चरल स्टैंडिंग कमेटी की रिपोर्ट आई है। उसमें आपके पिता मुलायम सिंह यादव भी सदस्य हैं। उन्होंने भी उस रिपोर्ट में साफ-साफ कहा है कि ये बहुत जरूरी है कि किसानों को मंडियों के चंगुल से मुक्त किया जाए।’