हमारा सबसे बड़ा गुरु हमारी आत्मा है : महाराज

नागौर। रामद्वारा केशव दास महाराज बगीची बख्तसागर में रविवार को भागवत कथा के दौरान महंत जानकीदास महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण उद्धव के संवाद को सुनाया। उन्होंने ने बताया कि श्रीकृष्ण ने उद्धव को आत्मज्ञान का उपदेश देते हुए कहा कि है उद्धव हमें आत्मा के गुणों का विकास करके मानवता की प्राप्ति करनी चाहिए। मनुष्य ईश्वर का रूप है, उसकी अंतरात्मा में समस्त ईश्वरीय संपदाओं के बीज वर्तमान है। इन सद्गुणों और देवी संपदाओं का अधिकाधिक विकास करना भारतीय जीवन चर्या का लक्ष्य रहा है।

सत स्वभाव ही मनुष्य का रक्षक है। उसी से अच्छे समाज और अच्छे नागरिक का निर्माण होता है। अंतरात्मा में छुपे हुए सद्गुणों और दिव्यताओं को अधिकाधिक विकसित करना भारतीय जीवन चर्या का मूल मंत्र रहा है। सारी पवित्रताओं में अंतर आत्मा की पवित्रता ही मुख्य है। महंत ने कहा- हम यह मानकर चलते हैं कि मानव की अंतरात्मा में जीवन और समाज को आगे बढ़ाने और सन्मार्ग पर ले जाने वाले सभी भाव और शुभ संस्कार भरे पड़े हैं।

जिस प्रकार मकड़ी तार के ऊपर की ओर जाती है और जैसे अग्नि अनेकों शुद्ध चिंगारियां उड़ाती है। उसी प्रकार इस आत्मा से समस्त प्राण, समस्त देवगण और समस्त प्राणी मार्गदर्शन पाते हैं। सत्य बात तो यह है कि यह आत्मा ही उपदेशक और पथ प्रदर्शक है। इस अवसर पर धनराज रांकावत, मोहन लाल सांखला, सोहनलाल कच्छावा, दयाराम तेली, बाबूलाल सूरदास, संत अक्षयानंद आदि मौजूद रहे। बड़े स्तर महिला श्रद्धालु मौजूद रही।

108 सदस्य यात्री दल 18 को रवाना होगा सालासर

नागौर. रामपोल में रविवार को तीर्थ यात्रा बैनर का विमोचन किया गया। रामपोल सत्संग भवन में में महंत मुरली राम महाराज के सानिध्य में रामपोल सत्संग भवन में चल रहे चातुर्मास सत्संग का समापन समारोह 17 सितंबर को आयोजित होगा। चातुर्मास समापन के उपलक्ष में रामपोल सत्संग भवन नागौर से एक दिवसीय तीर्थ यात्रा 18 सितंबर को सुबह 5 बजे रामपोल से रामनामी महंत मुरली राम महाराज के नेतृत्व में 108 सदस्य यात्री दल के साथ रवाना होकर सालासर बालाजी पहुंचेंगी। राणी सती झुंझनू, लोहागढ़, सीकर होकर रात्रि में वापस रामपोल नागौर पहुंचेगी।

बाल संत रामगोपाल महाराज ने बताया कि इस यात्रा को लेकर रामपोल मे यात्रा के बैनर का विमोचन महंत मुरलीराम महाराज ने किया। इस अवसर पर संत रमताराम महाराज, साध्वी मोहनी बाई, नंदलाल प्रजापत, सुनील अग्रवाल, राजेंद्र कंसारा, केवल चंद्र, विजय कुमार कंसारा, नंदकिशोर परिहार, बंसी लाल शर्वा, कांतिलाल कंसारा, मदन मोहन बग, आनंद अलबेला, महेश कंसारा, मनु भाई शर्मा, मनोज प्रजापत सहित अनेक भक्त जन मौजूद रहे। वहीं बाल संत रामगोपाल महाराज ने यात्रा कि जानकारी देते हुए बताया कि जो भी भक्त यात्रा में चलना चाहते हैं वह रामपोल पहुंचकर दो दिन के अंदर जानकारी ले सकते हैं।

सिणोद में गणेश महोत्सव में युवाओं ने गाए भजन

खींवसर। सिणोद गांव में भी गणेश महोत्सव का आयोजन किया जाता है। जिसमें श्रद्धालु पहुंच रहे है। इस दौरान भजनों की भी प्रस्तुति दी गई। इस दौरान उम्मेद राम, रामपाल, कैलाश, प्रहलाद राम आदि मौजूद रहे।

इसी प्रकार यूथ पावर गंठिलासर ग्रुप के तत्वावधान में भोमियाजी महाराज चौक में आयोजित गणपति में रविवार को विशेष पूजा अर्चना की गई। इस दौरान सुगनसिंह व कैलाश शर्मा के द्वारा नवगृह, कलश पूजन तथा भगवान गणेशजी का आह्वान व पूजन करके गांव में सभी के लिए उत्तम स्वास्थ्य सुख शांति समृद्धि की कामना की गई। आरती के बाद लड्डू और मोदक का भोग लगाया व प्रसाद का वितरण किया गया। महिलाओं व बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम हो रहे हैं।

जिसमें शाम को भजन संध्या आयोजित की जाती है। इस दौरान कोविड गाइडलाइन का भी पालन किया जाता है। सोयला7 सोयला कस्बे के स्थित ढंढोरा रोड पर 10 दिवसीय गणेश महोत्सव को लेकर व्यापारियों एवं ग्रामीणों ने गणेश भगवान मिट्टी से बनी मूर्ति को गणेश चतुर्थी अवसर पर पंडित गौरीशंकर दाधीच द्वारा विधि-विधान व मंत्रोच्चार के साथ स्थापित की गई। सुनील रामावत ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी गणेश चतुर्थी पर गणेश भगवान की मिट्टी से बनी मूर्ति स्थापित की गई। प्रकाश गोदारा, बजरंग भाटी, दिनेश कच्छावा, सुनील देवड़ा, श्याम लाल गौड़, सज्जन सिंह राजपुरोहित आदि लोग मौजूद रहे।

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