प्रवासी राजस्थानी देश और दुनिया में अपनी सक्रिय भागीदारी के साथ सतत विकास में योगदान कर रहे हैं: गहलोत

मुख्यमंत्री ने तिरुवनंतपुरम में राजस्थान फ़ाउंडेशन द्वारा केरल प्रवासी राजस्थान संवाद कार्यक्रम को किया सम्बोधित 

-नीति गोपेंद्र भट्ट/ नई दिल्ली

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि देश को राजस्थान पर गर्व होना चाहिए क्योंकि देश और दुनिया के हर भाग में प्रवासी राजस्थानी अपनी सक्रिय और अमूल्य भागीदारी के साथ सतत विकास में योगदान कर रहे हैं । आज देश विदेश में हर दूसरा उद्योगपति राजस्थान मूल से ही है और दुनिया के हर भाग में मारवाड़ी फैले हुए है। गहलोत तिरुवनंतपुरम में राजस्थान फ़ाउंडेशन द्वारा राजस्थान संघ तिरुवनंतपुरम के सहयोग से आयोजित केरल प्रवासी राजस्थान संवाद कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहें थे।इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद शशि थरूर और राजस्थान फ़ाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव भी मौजूद थे।

गहलोत ने कहा कि हमें अपने प्रवासी भाइयों पर गर्व है। गहलोत ने कहा कि मैंने बीस वर्ष पहले अपने पहले मुख्यमंत्रित्व काल में प्रवासियों को अपनी माटी से जोड़ने के लिए देश में सबसे पहले पहल कर जयपुर में एक सम्मेलन की शुरुआत की थी जिसमें देश के दूर दराज भागों से प्रवासी राजस्थानी और विदेशों से भी प्रवासी भारतीय शामिल हुए थे। उन्होंने  तिरुवनंतपुरम में केरल और पड़ोसी राज्यों से एकत्रित हुए प्रवासी भाइयों से कहा कि एक समय था जब राजस्थान में प्रायः सूखा अकाल पड़ता था और इस कारण लोग रोज़गार आदि के लिए बाहर चले जाते थे। प्रदेश को पिछड़े प्रदेशों की श्रेणी में माना जाता था लेकिन अब हालात बदले हैं । 

गहलोत ने कहा कि वे दिन लद गए जब राजस्थान को बीमारु प्रदेश माना जाता था और प्रदेश में आधारभूत सुविधाओं का अभाव था।  आज राज्य में शानदार सड़कें और अन्य मूलभूत सुविधाएँ है। उन्होंने बताया कि पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर में तेल गैस और जल के अथाह भण्डार मिलने से समृद्धि के द्वार खुले हैं। बाड़मेर-जोधपुर के मध्य में विशाल रिफ़ाइनरी को लाने में हम सफल रहे हैं ।

इस रिफ़ाइनरी के साथ पेट्रो काँम्पलेक्स का निर्माण होने के कारण वहाँ कई सहायक उधयोगों की स्थापना और रोज़गार के नए अवसर पैदा होंगे ।गहलोत ने बताया कि सूर्य देवता की राजस्थान पर बहुत कृपा दृष्टि है और धूप की अधिक तीव्रता के कारण प्रदेश में विश्व के सबसे बड़े सोलर ऊर्जा हब की अपार संभावनायें मौजूद है।हमारे प्रयासों से विण्ड एनर्जी  का काम भी हुआ है और  सेकडों पवन चक्कियाँ अपनी पूरी क्षमता से संचालित हो रही हैं।राजस्थान में खनिज के भी अथाह भण्डार है और झारखण्ड के बाद राजस्थान सबसे अधिक खनिज प्रधान राज्य है। यहाँ की धरती में ताम्बा, जस्ता, लाइम स्टोन आदि के साथ सोना चाँदी उगलने की क्षमता भी है।

हाल ही हमने खाद बनाने में काम आने वाले पोटाश जिसके सबसे अधिक भण्डार राजस्थान में है, के लिए एक समझोता पत्र पर हस्ताक्षर किए है जिसका काम शुरू होने से भी प्रदेश का नया कायाकल्प होगा।उन्होंने बताया कि प्रदेश में छोटे उधमियों के लिए कई रियायतें और सुविधाएँ आरम्भ की है और प्रवासी लोगों के लिए भी कई सहुलियतें  दी गई है। गहलोत ने कहा कि राजस्थान सरकार अपनी नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मंशा के अनुरूप और पार्टी की रीति-नीति और कार्यक्रमों के अनुरूप जनता के हित में काम कर रही है तथा चिकित्सा, स्वास्थ्य, शिक्षा, सामाजिक कार्यक्रमों सहित विभिन्न क्षेत्रों में शानदार काम किया जा रहा है।

हमने ही देश में सबसे पहले निःशुल्क और जेनेरिक दवाइयों का प्रयोग शुरू किया था। कोरोना के मुश्कील समय में भी राजस्थान का प्रदर्शन देश में अग्रणी राज्यों में रहा और हमने शानदार काम कर लोगों के जीवन को संकट से बचाने के उपाय किए।कार्यक्रम के प्रारम्भ में राजस्थान फ़ाउंडेशन के आयुक्त धीरज श्रीवास्तव ने फ़ाउंडेशन की स्थापना के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला और देश के अन्य स्थानों की तरह केरल में भी राजस्थान फ़ाउंडेशन के चेप्टर खोले जाने की मंशा जताई ।

इस मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सांसद शशि थरूर ने भी विचार प्रकट किए और कहा कि अशोक गहलोत सच्चे अर्थों में गांधीवादी नेता है। कार्यक्रम में प्रवासियों ने मुख्यमंत्री गहलोत और थरूर का राजस्थानी साफा पहना और शाल ओढ़ा कर स्वागत किया।